हैदराबाद गैंगरेप के चारों आरोपी शुक्रवार को पुलिस एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं. बीते दिनों इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की फर्जी खबरें फैलाई गईं और ये अब भी जारी है.
अब सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जमकर वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि हैदराबाद गैंगरेप के आरोपियों का नाम मोहम्मद पाशा, मोहम्मद इकबाल, मोहम्मद रहीम और मोहम्मद अकरम था.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने अपनी पड़ताल में पाया कि पोस्ट में आरोपियों के नाम गलत बताए गए हैं. आरोपियों का असली नाम जोलू शिवा, जोलू नवीन और चिंताकुंटा चेन्नाकेशवुल और मोहम्मद आरिफ था.
(Courtsey - Times of India)
वायरल पोस्ट को सांप्रदायिक रंग देकर शेयर किया जा रहा है. यह भ्रामक पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है.
ट्विटर पर भी इस गलत जानकारी को खूब शेयर किया जा रहा है.
इस बारे में खोजने पर हमें The Quint की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें चारों आरोपियों के नाम का जिक्र है. कुछ दिनों पहले Quint के संवाददाता ने चारों आरोपियों के परिवार वालों से बात की थी, जिसके बारे में इस रिपोर्ट में विस्तार से बताया गया है. आर्टिकल के मुताबिक, आरोपियों का असली नाम जोलू शिवा, जोलू नवीन और चिंताकुंटा चेन्नाकेशवुल और मोहम्मद आरिफ था.
इसके आलावा साइबराबाद पुलिस ने भी ट्विटर पर ये बात स्पष्ट कर दी है कि चारों आरोपियों का कोई एक धर्म से ताल्लुक नहीं. पुलिस के मुताबिक, एक आरोपी मुस्लिम था वहीं बाकी के तीन हिंदू. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी पुलिस ने आरोपियों के नाम आरिफ, नवीन, शिवा और चेन्नाकेशवुल बताया था.
It is false information. All the accused not belongs to one religion. One is Muslim and remaining 3 are Hindus. It is a heinous crime and we are working hard to ensure capital punishment to all the accused. Please don’t give religious colour to the crime. 1/2
— Cyberabad Police (@cyberabadpolice) December 5, 2019
इससे पहले भी हैदराबाद में हुए इस जघन्य अपराध को अलग अलग ढंग से सांप्रदायिक रंग दिया जा चुका है. बूम लाइव और ऑल्ट न्यूज ने इस पर खबर भी की है.