एक फेसबुक यूजर ने इसे पोस्ट करते हुए लिखा, “शाम को 5:00 बजे रैली निकाली, आरएसएस वालों को काट डालो और 7:00 बजे शाम को योगी सरकार का रिजल्ट”.
क्या ये बात सच है कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने ‘आरएसएस वालों को काट डालो’ के नारे लगाने वाले कुछ युवकों को पीट-पीट कर उन्हें सबक सिखा दिया?
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो के साथ यही कहा जा रहा है. इस वीडियो में हेल्मेट और बुलेटप्रूफ जैकेट पहने कुछ पुलिसवाले कुछ युवकों को पकड़कर ले जा रहे हैं. बीच-बीच में वो उन्हें लाठी से पीट भी रहे हैं.
ऐसा कहा जा रहा है कि ये वाकया उत्तर प्रदेश का है.
एक फेसबुक यूजर ने इसे पोस्ट करते हुए लिखा, “शाम को 5:00 बजे रैली निकाली, आरएसएस वालों को काट डालो और 7:00 बजे शाम को योगी सरकार का रिजल्ट”.
इंडिया टुडे की फैक्ट चेक टीम ने पाया कि ये वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं बल्कि हैदराबाद का है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वीडियो में एक जगह पुलिस की गाड़ी की नंबर प्लेट नजर आती है. इस पर लिखा नंबर “TS 09 43912” है. खोजने पर पता चला कि ये नंबर हैदराबाद का है.
इसके अलावा, कुछ लोगों ने इसी वीडियो को अगस्त में हैदराबाद का बताते हुए शेयर किया था.
इन जानकारियों की मदद से सर्च करने पर हमें एनडीटीवी की एक न्यूज रिपोर्ट मिली जिसमें बताया गया है कि ये वीडियो हैदराबाद का है.
क्या है इस वीडियो की कहानी?
दरअसल, 22 अगस्त को बीजेपी के निलंबित विधायक टी राजा सिंह ने पैगंबर मोहम्मद के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की थी. इसे लेकर कई जगह भारी विरोध प्रदर्शन हुए थे. हैदराबाद के शालिबांडा में आशा टॉकीज के पास प्रदर्शनकारियों ने भारी पथराव किया था. प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद हैदराबाद पुलिस ने शालिबांडा और उसके आसपास रहने वाले कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था. साथ ही, उन पर लाठीचार्ज भी किया था. वायरल हो रहा वीडियो तभी का है.
हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें उत्तर प्रदेश की किसी ऐसी रैली का जिक्र हो जहां “आरएसएस वालों को काट डालो” के नारे लगे हों.
साफ है, हैदराबाद में हुई गिरफ्तारियों और लाठीचार्ज के एक वीडियो को उत्तर प्रदेश का बता कर पेश किया जा रहा है.
(रिपोर्ट: मयंक आनंदन)