इस साल के अंत में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसी के मद्देनजर कांग्रेस सांसद और एमपी के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने एबीपी न्यूज के एक कथित ओपिनियन पोल के हवाले से दावा किया कि राज्य में उनकी पार्टी की वापसी होने वाली है. सिर्फ दिग्विजय ही नहीं, सोशल मीडिया पर और भी कई यूजर्स ने ओपिनियन पोल के इस वीडियो को साझा करते हुए कहा है कि एमपी में बीजेपी हारने वाली है.
एबीपी न्यूज के इस वीडियो में एमपी के छह क्षेत्रों में किए गए सर्वे के नतीजे बताए जा रहे हैं. सर्वे में सभी क्षेत्रों में कांग्रेस को बीजेपी से आगे बताया गया है. इस सर्वे की मानें तो एमपी में कांग्रेस को 150-158 सीटें मिल सकती हैं. वहीं बीजेपी को 66-75 सीटें मिलने का अनुमान है.
‘आजतक फैक्ट चेक’ ने पाया कि वायरल वीडियो एडिटेड है. एमपी चुनावों पर एबीपी न्यूज ने जून 2023 में एक सर्वे जारी किया था, जिसके वीडियो के साथ छेड़छाड़ करके वायरल वीडियो बनाया गया है. असल सर्वे में कांग्रेस-बीजेपी में कड़ी टक्कर होने की बात कही गई थी.
कुछ कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर हमें 27 जून 2023 की एबीपी न्यूज की एक वीडियो रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट में जो वीडियो है वो वायरल वीडियो जैसा दिख रहा है, लेकिन फर्क बस इतना है कि इसमें सर्वे के जो आकड़े बताए जा रहे हैं वो वायरल वीडियो से अलग हैं.
इस वीडियो रिपोर्ट को पूरा देखने से समझ आता है कि वायरल वीडियो में अलग से ग्राफिक्स जोड़कर गलत आकड़े दिखाए गए हैं. साथ ही, जिन हिस्सों में अलग-अलग क्षेत्रों के नतीजे बताए जा रहे हैं, वहां वॉइस ऑवर को भी बदल दिया गया है.
एबीपी न्यूज के असली वीडियो और वायरल वीडियो में बताए गए अलग-अलग क्षेत्रों के नतीजे कुछ इस तरह से हैं. दोनों में साफ अंतर देखा जा सकता है.
इसके अलावा एबीपी न्यूज ने अपने सर्वे में बीजेपी को 106-118 और कांग्रेस को 108-120 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था. वहीं एडिटेड वीडियों में ये आकड़े एकदम अलग हैं.
एबीपी न्यूज के सीनीयर वाइस प्रेसिडेंट संत प्रसाद राय ने भी वायरल वीडियो का खंडन किया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ये क्लिप एबीपी न्यूज के ओपिनियन पोल से छेड़छाड़ करके बनाई गई है. एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फर्जी वीडियो शेयर करने को लेकर दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा है. दिग्विजय सिंह अब अपना ट्वीट डिलीट कर चुके हैं.
साफ है कि वायरल वीडियो में एबीपी न्यूज के नाम पर दिखाया गया सर्वे झूठा है. एबीपी न्यूज ने एमपी चुनाव पर जो सर्वे कराया था उसके आंकड़े अलग थे.