scorecardresearch
 

फैक्ट चेक: पाकिस्तान में जैश के आतंकी ठिकानों पर हमले का वीडियो फर्जी

भारतीय वायुसेना ने मंगलवार तड़के पाकिस्तान में घुसकर जैश–ए- मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया. जिसके बाद फेसबुक पर कुछ और लोगों ने भी वीडियो पोस्ट करके दावा किया है कि वायुसेना के हमले का वीडियो है. जानिए आखिर क्या है इस वीडियो की सच्चाई.

Advertisement

आजतक फैक्ट चेक

दावा
जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर भारतीय हमले का वीडियो
फेसबुक और यूट्यूब पर कुछ यूज़र्स
सच्चाई
ये तस्वीरें वीडियो गेम की है न की आतंकी ठिकाने पर हुए भारतीय हमले की

Advertisement

भारतीय वायुसेना ने मंगलवार तड़के पाकिस्तान में घुसकर जैश–ए- मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया. सोशल मीडिया में ये खबर छाई हुई है. करीब सवा लाख फॉलोवर्स वाले पेज ‘Pathankot’ ने एक वीडियो शेयर किया और शीर्षक लिखा ‘भारतीय वायुसेना के लड़ाकू जहाजों ने एलओसी के पार पाकिस्तान के बालाकोट में 1000 किलो का बम गिरा दिया.” इस पोस्ट को खबर लिखे जाने तक 300 से ज्यादा लोगों ने शेयर किया और करीब 9 हजार लोगों ने देखा.

इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने अपनी पड़ताल में पाया कि जो वीडियो इस पोस्ट में इस्तेमाल किया गया है, दरअसल ये एक वीडियो गेम है और इसका आतंकियों पर हुए हमले से कोई लेना देना नहीं है.

फेसबुक पर कुछ और लोगों ने भी ये वीडियो डालकर दावा किया है कि वायुसेना के हमले का वीडियो है. फेसबुक यूजर आशुतोष त्रिपाठी ने लिखा “घुस कर यूँ मारा जांबाजों ने”.

Advertisement

इस पोस्ट को फेसबुक पर यहां देखा जा सकता है.

इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्ज़न यहां देखें.

यही नहीं, कई दूसरे सोशल मीडिया जैसे कि यूट्यूब पर भी यही वीडियो इन्हीं दावों के साथ अपलोड किया जा रहा है.

लेकिन इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने जब इन तस्वीरों का रिवर्स सर्च किया तो पाया कि दरअसल ये एक वीडियो गेम का हिस्सा है.

इस वीडियो गेम को यहां देखा जा सकता है. वायरल हो रहा वीडियो इस गेमिंग वीडियो के प्ले होने के 12 सेकंड बाद देखा जा सकता है.

दरअसल, ये वीडियो थर्मल इमेजिंग और नाइट विज़न के साथ सचमुच किसी हमले की तरह दिखता है. इस वीडियोगेम को एआरएमए– 2, ऑपरेशन ऐरोहेड कहा जाता है. इस तरह से साफ है कि इस वीडियो का हवाई हमले से कोई लेना देना नहीं है.

क्या आपको लगता है कोई मैसैज झूठा ?
सच जानने के लिए उसे हमारे नंबर 73 7000 7000 पर भेजें.
आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
Advertisement
Advertisement