scorecardresearch
 

फैक्ट चेक: JNU में जारी प्रदर्शन के नाम पर वायरल हुई तस्वीर 2 साल पुरानी

वायरल हो रही तस्वीर करीब दो साल पुरानी है. यह तस्वीर दिल्ली में खींची गई थी. हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित वेमुला के अत्महत्या करने के बाद स्टूडेंट्स ने न्याय की मांग करते हुए यहां आरएसएस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया था.

Advertisement

आजतक फैक्ट चेक

दावा
जेएनयू में चल रहे होस्टल फीस बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन की तस्वीर
फेसबुक यूजर्स जैसे 'CA Bipin Singh' और अन्य
सच्चाई
वायरल हो रही तस्वीर दो साल पुरानी है.

Advertisement

दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में होस्टल फीस में बढ़ोतरी के खिलाफ जारी स्टूडेंट्स के प्रदर्शन के बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है. तस्वीर में एक महिला हाथ में तख्ती लिए किसी प्रदर्शन में चलती नजर आ रही है. तख्ती पर 'RSS मुर्दाबाद SFI' लिखा हुआ है. पोस्ट के जरिए यह दावा करने की कोशिश की जा रही है कि यह तस्वीर जेएनयू में चल रहे ताजा प्रदर्शन की है.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पड़ताल में पाया कि वायरल हो रही तस्वीर करीब दो साल पुरानी है. यह तस्वीर दिल्ली में खींची गई थी. हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित वेमुला के अत्महत्या करने के बाद स्टूडेंट्स ने न्याय की मांग करते हुए यहां आरएसएस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया था. पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

Advertisement

फेसबुक यूजर 'CA Bipin Singh'  ने यह तस्वीर पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा: 'ये प्रोटेस्ट तो फीस बढ़ोतरी के विरोध में था, तो फिर ये RSS की तख्ती क्यों...? कुछ समझे!' यह तस्वीर फेसबुक पर काफी वायरल हो रही है और लोग भी इसे जेएनयू का समझ कर इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं.

तस्वीर के साथ किए जा रहे दावे का सच जानने के लिए हमने तस्वीर को रिवर्स सर्च की मदद से ढ़ूंढा. हमें यह तस्वीर catchnews  में छपी एक खबर में मिली.

फरवरी 2017 में प्रकाशित हुई इस ​न्यूज रिपोर्ट के अनुसार यह तस्वीर दिल्ली में उस समय ली गई थी जब कुछ स्टूडेंट्स का एक ग्रुप आरएसएस मुख्यालय के बाहर रोहित वेमुला के लिए न्याय की मांग करते हुए प्रदर्शन कर रहा था. रिपोर्ट के अनुसार इस प्रदर्शन के दौरान छात्रों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई थी.

हैदराबाद यूनि​वर्सिटी के छात्र रोहित वेमुला ने 17 जनवरी 2016 को आत्महत्या कर ली थी. हमें इस प्रोटेस्ट की कुछ और मीडिया रिपोर्ट्स भी मिलीं जिनमें वायरल तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है.

पिछले कुछ दिनों से जेएनयू में चल रहे प्रोटेस्ट के नाम से सोशल मीडिया पर कई पोस्ट  वायरल हुई हैं. इनमें से कुछ तस्वीरों का सच 'आजतक' सामने ला चुका है.

Advertisement

पड़ताल में साफ हुआ कि वायरल हो रही तस्वीर दो साल पुरानी है और इसका जेएनयू में चल रहे प्रदर्शन से कोई लेना देना नहीं है.

क्या आपको लगता है कोई मैसैज झूठा ?
सच जानने के लिए उसे हमारे नंबर 73 7000 7000 पर भेजें.
आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
Advertisement
Advertisement