बरेली की एसडीएम ज्योति मौर्य के बारे में लगातार फर्जी खबरें फैलाई जा रही हैं. और अब कुछ लोग उनकी फूल-माला चढ़ी तस्वीर शेयर करते हुए कह रहे हैं कि उन्होंने हालातों से आजिज आकर खुदकुशी कर ली है.
ऐसा कहने वाले लोग सबूत के तौर पर एक वीडियो शेयर कर रहे हैं जिसमें एक कफन में लिपटी लाश की तस्वीर है. साथ ही लिखा है, "आलोक मौर्या के फंसाने के लिए ज्योति मौर्या मर गया". वहीं नीचे लिखा है, "अभी अभी ज्योति मौर्या का निधन हुआ, ज्योति मौर्या आत्महत्या कर लिया". वीडियो में भावुक करने वाला गाना भी बज रहा है.
जहां इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देने वाले कुछ लोग दुख जताते हुए 'ओम शांति' लिख रहे हैं, वहीं कुछ 'जैसी करनी, वैसी भरनी' लिखकर तंज भी कस रहे हैं. खबर लिखे जाने तक ऐसे ही एक फेसबुक पोस्ट को तकरीबन एक हजार लोग लाइक कर चुके थे.
हमने पाया कि ज्योति मौर्य के आत्महत्या करने की बात में कोई सच्चाई नहीं है. वो एकदम ठीक हैं. उन्होंने "आज तक" को बताया है कि जो लोग उनके बारे में सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें और चरित्र हनन वाले पोस्ट शेयर कर रहे हैं, उनके खिलाफ वो कानूनी कार्रवाई करेंगी.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
ज्योति मौर्य प्रकरण जब से चर्चा में आया है, तबसे इससे जुड़ी छोटी से छोटी खबर भी सुर्खियों में रहती है. जाहिर है, अगर उन्होंने इतना बड़ा कदम उठाया होता, तो सभी जगह इसके बारे में खबर छपती. लेकिन हमें ऐसा कुछ भी नहीं मिला.
तो कफन में लिपटी लाश वाली तस्वीर की क्या कहानी है?
जब हमने इस फोटो को रिवर्स सर्च किया, तो ये हमें "डेक्कन क्रॉनिकल" की तीन जनवरी, 2020 की एक रिपोर्ट में मिली. ये खबर उन्नाव रेप पीड़िता से संबंधित है, जिसकी 2019 में मौत हो गई थी. इस खबर में कफन में लिपटी लाश की तस्वीर के साथ लिखा है, "23 वर्षीया उन्नाव रेप पीड़िता, जिसे एयरलिफ्ट करके दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में 90 प्रतिशत जली हुई हालत में भर्ती कराया गया था, उसकी छह दिसंबर, 2019 को कार्डिएक अरेस्ट के चलते मौत हो गई."
"बीबीसी" की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्नाव की पीड़ित लड़की ने मार्च, 2019 में दो लोगों के खिलाफ बलात्कार का मुकदमा दर्ज करवाया था. एक दिन जब वो इस मामले की सुनवाई के लिए कोर्ट जा रही थी, तो कुछ लोगों ने उसे घेर कर उसके शरीर में आग लगा दी थी.
मामला चर्चा में आने के बाद उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की थी कि उसके इलाज का खर्च सरकार वहन करेगी. इसके बाद उसे लखनऊ के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हालत गंभीर होने पर उसे एयर एम्बुलेंस से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल लाया गया था. लेकिन उसकी जान बच नहीं पाई थी.
कुछ दिनों पहले ज्योति मौर्य के जेल जाने की मनगढ़ंत खबर वायरल हुई थी. उस वक्त भी हमने इसकी सच्चाई बताई थी.
(बरेली से कृष्ण गोपाल राज के इनपुट के साथ)