
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा ने बीती 26 जुलाई को कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. दो साल पहले ही कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार अल्पमत में आने के कारण गिर गई थी और बीएस येदियुरप्पा चौथी बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने थे. येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद बीजेपी नेता बसवराज बोम्मई को कर्नाटक का नया मुख्यमंत्री बनाया गया है. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल होने लगी कि कर्नाटक में खेला हो गया है. मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देते ही येदियुरप्पा ने 32 विधायकों के साथ बीजेपी छोड़ दी है और इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्जेन्ट मीटिंग बुलाई है.
वायरल पोस्ट को ट्वीट करते हुए कैप्शन में लिखा गया, "सीएम पद से इस्तीफा देते ही 32 विधायको संग येदुरिप्पा ने छोड़ी, बीजेपी मोदी ने अर्जेंट बुलाई मीटिंग. खेला हो गया".
गौरतलब है कि बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान तृणमूल कांग्रेस ने ‘खेला होबे’ का नारा दिया था जो काफी लोकप्रिय हुआ. कर्नाटक बीजेपी में ‘खेला होने’ का दावा करने वाली इस पोस्ट को ट्विटर के अलावा फेसबुक पर भी शेयर किया जा रहा है. एक यूजर ने यही पोस्ट “Samajwadi Party Online Sena” नाम के फेसबुक ग्रुप में भी शेयर की है. यूपी में भी 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं.
वायरल पोस्ट के आर्काइव यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल पोस्ट में किए जा रहे दावे में कोई सच्चाई नहीं है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अब भी भाजपा में हैं और पूरी तरह से सक्रिय नेता के तौर पर काम कर रहे हैं.
कैसे की पड़ताल?
पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने 32 विधायकों के साथ भाजपा छोड़ दी है. लेकिन, इंटरनेट खंगालने पर हमें बीएस येदियुरप्पा के भाजपा छोड़ने को लेकर कोई भी विश्वसनीय खबर नहीं मिली. बीएस येदियुरप्पा दक्षिण भारत में बीजेपी के बड़े नेता हैं. अगर ऐसा होता तो ये खबर मीडिया की सुर्खियों में होती.
हमने बीएस येदियुरप्पा का ट्विटर प्रोफाइल भी खंगाला लेकिन हमें उनका बीजेपी छोड़ने से जुड़ा कोई भी बयान नहीं मिला. येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देने के बाद हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के ट्वीट मिले जो 28 जुलाई 2021 को पोस्ट किए गए हैं. इनमें मुख्यमंत्री रहते हुए येदियुरप्पा के कार्यों की सरहाना की गई है. इन ट्वीट्स के जवाब में येदियुरप्पा ने भी सभी को धन्यवाद दिया है.
78 वर्षीय येदियुरप्पा कर्नाटक के सबसे प्रभावशाली लिंगायत नेता हैं और राज्य में दो दशक से भाजपा का चेहरा हैं. हमें कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं जिनमें बताया गया है कि मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद भी येदियुरप्पा 2023 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी को सत्ता में लाने के लिए काम करते रहेंगे. हालांकि, येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री रहते हुए बीजेपी के ही कुछ विधायक जरूर बगावत पर उतर आए थे और उन्हें हटाने की मांग कर रहे थे. बीजेपी के बागी विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने यहां तक कह दिया था कि ‘बीजेपी अगर येदियुरप्पा के नेतृत्व में आगामी चुनाव लड़ेगी तो हार तय है.’ लेकिन अब तक ऐसा सामने नहीं आया है कि येदियुरप्पा ने खुद पार्टी से बगावत कर दी हो.
ऐसा पहली बार नहीं है कि किसी बड़े नेता को लेकर फर्जी पोस्ट वायरल हुई हो. कुछ दिन पहले ही बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी के बारे में भी एक पोस्ट वायरल हुई थी. इस पोस्ट में जोशी के हवाले से दावा किया जा रहा था कि "अगर मोदी इसी तरह घमंड में रहे तो 2024 में बुरी तरह हारेंगे और देश की जनता राहुल की सादगी को जिताएगी." आजतक ने इसे खारिज करते हुए खबर भी छापी थी.
जाहिर है कि वायरल पोस्ट में किया जा रहा दावा पूरी तरह झूठ है. न तो येदियुरप्पा ने बीजेपी विधायकों के साथ बगावत की है और न ही पीएम मोदी ने इस मामले पर कोई बैठक बुलाई है.