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फैक्ट चेक: कांग्रेस ने केरल में गौमांस के नाम पर वोट नहीं मांगे

सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट के मुताबिक केरल में कांग्रेस ने वादा किया है कि अगर वो सत्ता में आई तो लोग गोमांस खा सकेंगे? इस पोस्ट के साथ कांग्रेस की एक होर्डिंग की तस्वीर लगी है, जिसमें मलायलम में एक संदेश लिखा है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
केरल कांग्रेस के पोस्टर पर मलयालम में लिखा है “अगर गौ मांस खाना है तो कांग्रेस को लाना है”
फेसबुक यूज़र “कनक मिश्र” और “चौकीदार पंकज विजय चौकड़े”
सच्चाई
केरल कांग्रेस के पोस्टर पर मलयालम में ऐसा कुछ नहीं लिखा है.

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चुनावी मौसम में एक और पोस्ट वायरल हो गई है, जिसमें निशाने पर कांग्रेस है. पोस्ट के मुताबिक केरल में कांग्रेस ने वादा किया है कि अगर वो सत्ता में आई तो लोग गौमांस खा सकेंगे? इस पोस्ट के साथ कांग्रेस की एक होर्डिंग की तस्वीर लगी है, जिसमें मलायलम में एक संदेश लिखा है.

इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने अपनी जांच में पाया कि मलयालम में लिखे मैसेज का हिंदी में गलत अनुवाद किया गया है.

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फेसबुक यूजर कनक मिश्र ने 15 अप्रैल को कांग्रेस की होर्डिंग को एक पोस्ट में साझा किया और लिखा ‘अगर गौमांस खाना है तो कांग्रेस को लाना है?”

फेसबुक पर कनक मिश्रा के 90 हजार फॉलोअर्स हैं. इस पोस्ट को स्टोरी के फाइल होने तक 231 लोगों ने शेयर किया.

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इसी पोस्टर एक और फेसबुक यूजर चौकीदार पंकज विजय चौकड़े ने भी शेयर किया.

पंकज ने लिखा “केरल में कांग्रेस के एक पोस्टर पर लिखा है ... अगर गौमांस खाना है तो कांग्रेस को लाना है."

 इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने इस तस्वीर में लिखे मलयालम का अनुवाद किया तो सारी सच्चाई सामने आ गई. दरअसल, इसमें लिखा है "मैं जानना चाहता हूं – खाने के नाम पर हत्या?  इस देश में,  इस ज़माने में? हमें नहीं चाहिए ऐसी असभ्य राजनीति. ऐसे लोगों को चुनें जो भेदभाव ना करें."

यही नहीं राहुल गांधी के फोटो के बगल में तिरंगे पर भी भाईचारे का संदेश लिखा है.

"हम इस देश को बनाए रखेंगे"

ज़ाहिर है कि वायरल पोस्टर पर जो दावा किया जा रहा है, वो सही नहीं है और जानबूझ कर कांग्रेस के विज्ञापन का गलत अनुवाद किया जा रहा है.

With inputs from -

पीएस गोपी कृष्णन उन्नीथन

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