'बलात्कार तो सदियों से हो रहा है, ये संस्कृति का हिस्सा है, इसे हम रोक नहीं सकते: किरण खेर'. चंडीगढ़ से सांसद और वरिष्ठ फिल्म अदाकारा किरण खेर के हवाले से दिया जा रहा ये बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. किरण खेर के इस बयान को सच मानकर सोशल मीडिया पर लोग उन्हें खूब खरी खोटी सुना रहे हैं.
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) को सार्वजनिक रूप से किरण खेर का ऐसा कोई बयान नहीं मिला.
सोशल मीडिया पर लोग इस बयान को सच मानकर खूब शेयर कर रहे हैं. अभी तक ये पोस्ट हजारों में शेयर किया जा चुका है. साल 2018 में भी ये मनगढ़ंत बयान वायरल था.
इंटरनेट पर खोजने पर हमें ऐसी कोई न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें किरण खेर के इस तरह के बयान का जिक्र हो. अगर किरण ने सार्वजनिक तौर पर ये बयान दिया होता तो ऐसा होना मुश्किल है कि कोई मीडिया हाउस उस पर खबर न करे.
किरण खेर ने भी अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इस बयान का खंडन किया है. उन्होंने लिखा, ‘ये बहुत ही शर्मनाक है कि दो साल पुरानी फेक न्यूज दोबारा से वायरल होने लगी है. दो साल पहले हमने इस मामले की शिकायत की थी और ये फेक न्यूज फैलना बंद हो गई थी. किसी शरारती तत्व ने इसे फिर से शुरू कर दिया है. कृपया इस पर विश्वास न करें’
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हालांकि, साल 2017 में किरण खेर का चंडीगढ़ के एक रेप केस को लेकर दिया गया बयान जरूर विवादों में घिर गया था. उस समय उन्होंने कहा था कि अगर टैक्सी में पहले से ही तीन आदमी बैठे हों तो लड़की को अपनी सुरक्षा के लिए उस टैक्सी में नहीं बैठना चाहिए.
#WATCH BJP MP Kirron Kher says 'she (Chandigarh rape victim) should not have boarded the auto rickshaw when she saw three men sitting in it' (29.11.17) pic.twitter.com/Daqe95rTIO
— ANI (@ANI) November 30, 2017