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फैक्ट चेक: उत्तर प्रदेश में 10वीं-12वीं के विद्या​र्थियों को पास करने संबंधी यह पत्र है फर्जी

सोशल मीडिया पर वायरल एक पत्र में दावा किया जा रहा है कि परिषद ने 10वीं और 12वीं कक्षा के सभी विद्यार्थियों को पास करने का निर्णय लिया है. जानिए, क्या है वायरल पत्र की सच्चाई.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
उत्तर प्रदेश में 10वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को पास किया जाएगा.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
वायरल हो रहा पत्र फर्जी है, बोर्ड ने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया है.

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सोशल मीडिया पर माध्यमिक शिक्षा ​परिषद उत्तर प्रदेश प्रयागराज के लेटर हेड पर एक पत्र वायरल हो रहा है. इस पत्र में कहा गया कि परिषद ने यह निर्णय लिया है कि 10वीं और 12वीं कक्षा के सभी विद्यार्थियों को पास किया जाएगा. ऐसा कोरोना वायरस के कारण परीक्षा पुस्तिकाओं की सुरक्षा सही से न हो सकने की वजह से किया गया है.

10वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों की कुछ परी​क्षाएं लॉकडाउन की वजह से कैंसिल हो गई थीं.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पड़ताल में पाया कि वायरल हो रहा पत्र फर्जी है. इसके साथ किया जा रहा दावा पूरी तरह गलत है.

पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश प्रयागराज की आधिकारिक वेबसाइट पर परिषद ने वायरल हो रहे इस पत्र को फेक बताया है. वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार, समस्त छात्र/छात्राओं, अविभावकों, शिक्षकगणों और अन्य सर्व संबंधितों को सूचित किया जाता है कि वर्ष 2020 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा में सम्मिलित होने वाले समस्त छात्र/छात्राओं को उत्तीर्ण कर देने संबंधी कतिपय सूचनाएं, बोर्ड का मोनोग्राम लगाकर व्हॉट्सएप/ट्विटर व मीडिया से वायरल हो रही हैं.

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ये सूचनाएं पूर्णतया फर्जी व भ्रामक हैं. इस प्रकार की अनाधिकृत/फर्जी व भ्रामक सूचनाओं को वायरल करना दंडनीय अपराध है. माध्यमिक शिक्षा ​परिषद द्वारा परीक्षाओं से संबंधित जो भी सूचनाएं दी जाती हैं वे परिषद की अधिकृत वेबसाइट https://upmsp.edu.in/ के माध्यम से दी जाती हैं, यही सूचनाएं मान्य एवं अधिकृत होती हैं.

लिहाजा वायरल हो रहा पत्र फर्जी है और 10वीं व 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों की बची हुई परीक्षाओं संबंधी जानकारी परिषद की वेबसाइट पर ही दी जाएगी.

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