मॉनसून के कहर से जहां मुंबई में हर ओर पानी भर रहा है, वहीं सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो ने कई लोगों को डरा भी दिया. सोशल मीडिया पर खूब शेयर हो रहे इस वीडियो में कुछ लोग पानी से भरे सड़क के किनारे से एक बाइक को बाहर खींच रहे हैं. सोशल मीडिया पर इस वीडियो को कहीं मुंबई के चेंबूर तो कहीं ठाणे के उल्हास नगर का बताया गया. सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को शेयर करते हुए स्थानीय अधिकारियों को जमकर कोस भी रहे थे.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पड़ताल में पाया कि वायरल हो रहा वीडियो एक हफ्ते पुराना है. ये वीडियो जालना का है जो मुंबई से लगभग 400 किलोमीटर दूर है.
वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहा है की भारी बरसात के बीच कुछ लोग सड़क किनारे पानी के अंदर से एक बाइक को बाहर खींच रहे हैं. इस 45 सेकेंड के वीडियो को ट्विटर पर धवल भेडा नाम के यूजर ने शेयर करते हुए कहा, 'चेंबूर में सड़क का बड़ा गड्ढा, निगल गया बाइक.' इस पोस्ट को दो सौ से ज्यादा लोगों ने रीट्वीट और लाइक किया और इसका आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है. इस ट्वीट के जवाब में कई लोगों ने मुंबई नगर निगम (बीएमसी) को बहुत खरी खोटी सुनाई, लेकिन जब बीएमसी ने वीडियो ट्वीट करने वाले से पूछा कि ये वीडियो कहां का है और जब कुछ लोगों ने बताया की ये वीडियो मुंबई का नहीं है, तो भेडा ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया.
वहीं, फेसबुक पर भी कई लोगों ने इसी वीडियो को इन्हीं दावों के साथ शेयर किया. कुछ लोगों ने इसे ठाणे जिले के उल्हास नगर का बताया और स्थानीय अधिकारियों को बहुत बुरा भला कहा.
कुछ न्यूज वेबसाइट्स जैसे स्कूपव्हूप ने भी इन्हीं ट्वीट्स के आधार पर स्टोरी चलाई. इसका आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम ने इंटरनेट पर सर्च किया तो पाया कि महाराष्ट्र के जालना जिले के फेसबुक यूजर प्रमोद तोतला ने इसी वीडियो को वहां का बताते हुए 2 जुलाई को अपलोड किया था. इस पोस्ट में तोतला ने लिखा की ये जालना के टाउन हॉल की घटना है. इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम ने तोतला और उनके दोस्त राहुल जगताप से बात की. जगताप टाउन हॉल के पास ही 'राहुल मेडिकल' नाम की दुकान चलाते हैं. जगताप ने बताया कि ये हादसा 'कचहरी रोड' पर हुआ था और वायरल वीडियो में सड़क के दूसरे पार जो एक गोल बोर्ड दिख रहा है, वो शाशवत पाइल्स अस्पताल का है.
Pramod Totla - जालना शहर, टाउन हॉल
हमने जालना नगर परिषद के चीफ ऑफिसर संतोश खांडेकर से भी बाद की जिन्होंने कहा कि ये वीडियो उन्हीं के शहर का है. 'जालना में कहीं भी भूमिगत सीवेज सिस्टम नहीं है. इसी वजह से सड़क के किनारे खुले नाले है. 2 जुलाई को बहुत तेज बरसात हुई थी जिसकी वजह से ये घटना हुई थी', खांडेकर ने कहा.
हमने जालना के एक निवासी विजय सली से भी बात की जिन्होंने हादसेवाली जगह से फोटो खींच कर भेजा. इस फोटो को यहां देखा जा सकता है.
बीएमसी का ट्वीट -
बाइक के इस वीडियो के वायरल होने के बाद बीएमसी ने सोशल मीडिया यूजर्स से अनुरोध किया है कि वो 'किसी भी वीडियो को प्रसारित करने से पहले उसके तथ्यों को सत्यापित करें. ऐसा न करने से लोगों में अनावश्यक घबराहट फैलती है.'