2024 लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी अपने दम पर पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर पाई और अब नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के लिए अपने सहयोगी दलों की जरूरत है. नतीजों के अगले दिन यानी 5 जून को दिल्ली में हुई एनडीए की बैठक में तेलुगु देशम पार्टी(टीडीपी) के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू मौजूद रहे और उन्होंने खुद कहा है कि वो सरकार के गठन के लिए एनडीए को अपना पूरा समर्थन देंगे. खबरों में ये भी बताया जा रहा है कि टीडीपी ने कैबिनेट में पांच से छह मंत्रालय और लोकसभा स्पीकर पद की मांग की है. हालांकि यही तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है.
मोदी सरकार के गठन और मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर चल रही सरगर्मियों के बीच अब एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कुछ लोग नायडू की तस्वीर पर चप्पल मारते और उसे आग के हवाले करते नजर आ रहे हैं. लोगों की मानें तो टीडीपी के बीजेपी को समर्थन देने से नाराज आंध्र प्रदेश के लोगों ने नायडू की तस्वीर जलाई है.
फेसबुक पर ये वीडियो शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “भाजपा द्वारा किए गए तिरस्कार के बावजूद मोदी को समर्थन देने पर चंद्रबाबू नायडू का आंध्रप्रदेश में विरोध होना शुरू हो गया है. चप्पलों से सुताई. नहीं चाहिए भाजपा.” कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भी हाल ही में ये वीडियो अपने आधिकारिक ट्विटर हैन्डल से शेयर किया है. इसका आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो मार्च 2024 का है, जब टीडीपी के एक नेता को टिकट न मिलने से नाराज लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें इस बारे में छपी एक तेलुगु रिपोर्ट मिली. 29 मार्च, 2024 की इस खबर में वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट मौजूद है. इसके मुताबिक आंध्र प्रदेश में हुए चुनाव के लिए टीडीपी के उम्मीदवारों की आखिरी सूची जारी होने के बाद कुछ चुनावी क्षेत्रों में हिंसा हो गई थी. जिन नेताओं को टिकट नहीं मिला, उनके समर्थकों ने पार्टी के दफ्तर के सामने प्रदर्शन किया था. इसी कड़ी में एक जगह चंद्रबाबू नायडू की तस्वीर भी जलाई गई थी.
इसके बाद हमें एक तेलुगु न्यूज चैनल का 29 मार्च, 2024 का ट्वीट मिला. इसमें वायरल वीडियो के साथ-साथ प्रदर्शन करते लोगों के और भी कई वीडियो मौजूद हैं. इसमें बताया गया है कि ये घटना आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले के गुंतकल इलाके की है. यहां टीडीपी कार्यकर्ताओं ने चंद्रबाबू नायडू पर नेताओं से पैसे लेकर उन्हें टिकट देने का आरोप लगाते हुए, नायडू की तस्वीर जला दी थी.
हमें इस बारे में छपी कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं. इनके मुताबिक कई चुनावी क्षेत्रों में टीडीपी नेताओं के समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने पार्टी पर आरोप लगाया कि जिन नेताओं ने सालों से मेहनत की है, पार्टी ने उन्हें टिकट ही नहीं दिए. इसी कड़ी में अनंतपुर से पूर्व विधायक प्रभाकर चौधरी ने टीडीपी पर पैसों के बदले टिकट बांटने का आरोप लगाया था. वहीं, विजयनगरम से किमिदी नागार्जुन और नेल्लोर से विष्णुवर्धन रेड्डी ने पार्टी से इस्तीफा देने की घोषणा तक कर डाली थी.
वहीं, गुंतकल से टीडीपी नेता जीतेंद्र गौड़ की जगह वाईएसआर कांग्रेस पार्टी से टीडीपी में आए गुम्मनूर जयराम को टिकट दिया गया था. इस बात से नाराज जीतेंद्र गौड़ के समर्थकों ने टीडीपी ऑफिस में धावा बोलते हुए, वहां रखे कुर्सी-मेज निकालकर उनमें आग लगा दी और फिर चंद्रबाबू नायडू की तस्वीर को उस आग के हवाले कर दिया. उन्होंने भी नायडू पर टिकट के बदले जयराम से 30 करोड़ रुपए लेने का आरोप लगाया था.
जानकारी को और पुख्ता करने के लिए हमने अनंतपुर से आजतक संवाददाता वी जगदीश से भी संपर्क किया. उन्होंने हमसे इस बात की पुष्टि की कि वायरल वीडियो गुंतकल में हुई एक पुरानी घटना का है. नायडू की तस्वीर जलाने जैसी कोई घटना फिलहाल वहां नहीं हुई है.
साफ है, लोगों ने नायडू की तस्वीर उनके द्वारा बीजेपी को समर्थन देने की वजह से नहीं जलाई है. ये वीडियो पुराना है.