चुनावी सरगर्मियों के बीच कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. तस्वीर में मोटर साइकिल पर सवार पगड़ी बांधे दो सरदार युवक नजर आ रहे हैं, जबकि उनकी बाइक के आगे एक व्यक्ति जमीन पर गिरा दिखाई दे रहा है जिसे एक व्यक्ति डंडे से पीटता दिखाई दे रहा है. उनके पीछे मोटर साइकलों पर सवार कुछ युवकों की भीड़ भी नजर आ रही है. वायरल पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि बाइक पर बैठा व्यक्ति कोई और नहीं बल्कि नवजोत सिंह सिद्धू है.
इमरान खान के भाई सिद्धु को
देशभक्त पंजाबीयो ने दौड़ा दौड़ा कर मारा 😜🤟😂😂
गद्दार सिद्धु को सबक सिखाने वाले उन देशभक्तो सलाम करता हूँ ...👏👏🙏😍
Cc @sherryontopp #Sidhu #RahulApologizes pic.twitter.com/Ms30F9gX3S
— Chowkidar Hans Raj Hans (@sir_jenishpatel) April 22, 2019
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पड़ताल में पाया कि तस्वीर में नजर आ रहा व्यक्ति नवजोत सिंह सिद्धू नहीं बल्कि कांग्रेस नेता गुरजीत सिंह औजला है.
वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है. ट्विटर यूजर 'sir_jenishpatel ' ने तीन तस्वीरें पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा: ‘इमरान खान के भाई सिद्धू को देशभक्त पंजाबियों ने दौड़ा-दौड़ा कर मारा. गद्दार सिद्धू को सबक सिखाने वाले उन देशभक्तों सलाम करता हूं.’ पोस्ट के साथ नवजोत सिंह सिद्धू के आधिकारिक ट्विटर हैंडल (@sherryontopp) को भी टैग किया गया है.
खबर लिखे जाने तक इस पोस्ट को 500 से ज्यादा बार तक रीट्वीट किया जा चुका था. वहीं फेसबुक पर भी यह तस्वीरें मिलते-जुलते दावों के साथ वायरल हो रही हैं. फेसबुक यूजर ‘Uttam Sharma ABVP’ और ‘मैं खतरनाक राष्ट्रवादी’ ने भी इन तस्वीरों को शेयर किया है.
वायरल पोस्ट के दावे का सच जानने के लिए हमने जब इन तस्वीरों को रिवर्स सर्च किया तो पाया कि तस्वीर 3 साल पुरानी है और तस्वीर में नजर आ रहा व्यक्ति नवजोत सिंह सिद्धू नहीं बल्कि अमृतसर से कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सितंबर 2016 में अमृतसर के अजनाला में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मोटरसाइकिल रैली निकाली थी. यह रैली जिला कांग्रेस कमेटी (ग्रामीण) के अध्यक्ष गुरजीत औजला की अगुवाई में निकाली गई थी, लेकिन रैली पर कुछ युवकों ने लाठियों से हमला बोल दिया था.
पड़ताल में यह साफ हुआ कि वायरल तस्वीरें करीब तीन साल पुरानी हैं और पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के साथ कोई मारपीट नहीं की गई.