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फैक्ट चेक: नहीं, इन बोगियों का निर्माण ‘मेक इन इंडिया’ प्रोजेक्ट के तहत नहीं हुआ

शानदार रेल बोगियों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. साथ ही दावा किया जा रहा है कि इनका निर्माण ‘मेक इन इंडिया’ प्रोजेक्ट के तहत हुआ और इनका आस्ट्रेलिया निर्यात किया जा रहा है. 

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वायरल हो रही तस्वीर
वायरल हो रही तस्वीर

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शानदार रेल बोगियों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. साथ ही दावा किया जा रहा है कि इनका निर्माण ‘मेक इन इंडिया’ प्रोजेक्ट के तहत हुआ और इनका आस्ट्रेलिया निर्यात किया जा रहा है.  

इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि ये तस्वीरें पुरानी हैं और इन बोगियों का निर्माण भारत में नहीं हुआ है.

फेसबुक पेज 'WE SUPPORT NARENDRA MODI' ने बलविंदर हरित नाम के यूजर की पोस्ट को शेयर किया है. हरित ने अपनी पोस्ट में बोगियों की तस्वीरों के साथ उपरोक्त दावा किया. पोस्ट में दो तस्वीरों के साथ हिन्दी में ये संदेश लिखा है-  "नमो again मेरा pm मेरा अभिमान, ये मेरे प्रधानसेवक की सफलता का प्रमाण है, ‘Make in India’ के अन्तर्गत निर्मित रेल कोच ऑस्ट्रेलिया के लिए एक्सपोर्ट होते हुए, मेक इन इंडिया का धमाका.”

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इस पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है.

‘WE SUPPORT NARENDRA MODI’ फेसबुक पेज के 29 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं. कुछ और फेसबुक यूजर्स ने भी इस पोस्ट को शेयर किया है.

पहली वायरल तस्वीर में बोगियों को बड़े कार्गो विमान ‘एंटोनोव’ के अंदर देखा जा सकता है. जब हमने तस्वीर को रिवर्स सर्च किया तो चीन की न्यूज़ वेबसाइट newsgd.com के लेख तक पहुंचे जिसका शीर्षक था - “जर्मन निर्मित मेट्रो कोच चीन में उड़ान से पहुंचने के बाद.”

ये लेख दिसंबर 2002 का है. इसमें वायरल तस्वीर के साथ कार्यक्रम की कुछ और तस्वीरों को भी देखा जा सकता है. इनका क्रेडिट चीन की न्यूज़ एजेंसी ‘Xinhua’ को दिया गया है. लेख के मुताबिक जर्मन निर्मित दो मेट्रो की बोगियों को जम्बो कार्गो विमान ‘Antonov An-124-100’ के जरिए जर्मनी से दक्षिण चीन के गुआंगझोऊ प्रांत तक लाया गया.

दूसरी तस्वीर में बोगियों को प्लास्टिक की शीट्स से ढका देखा जा सकता है. इस तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया तो पाया कि ये मुबई मेट्रो की बोगियां हैं. एक बोगी के दरावजे पर रिलायंस मेट्रो का प्रतीक देखा जा सकता है. TEAM-BHP.COM के अप्रैल 2010 को प्रकाशित फोटो आर्टिकल में वायरल तस्वीर के साथ इसी बोगी की दूसरे  एंगल से ली गई तस्वीरों को देखा जा सकता है. इन बोगियों को चीन की कंपनी ने निर्मित किया. इस संदर्भ में Business Standard अखबार ने 2015 में रिपोर्ट भी प्रकाशित की.  

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इंडिया टुडे फैक्ट चेक की पड़ताल से साबित हुआ कि ये तस्वीरें पुरानी हैं और 'Make in India' project’ का हिस्सा नहीं हैं. हालांकि भारत ने 2016 में 6 मेट्रो बोगियों की खेप आस्ट्रेलिया भेजी थी. लक्ष्य 450 मेट्रो बोगियों को भेजने का था. इस पर इंडिया टुडे समेत कई प्रमुख मीडिया संस्थानों ने रिपोर्ट प्रकाशित की थी.

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