भारत में लंबे समय से करेंसी नोटों पर अन्य महापुरुषों की तस्वीर लगाने की मांग उठती रही है. इस बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर की जा रही है. तस्वीर में अमेरिका के 100 डॉलर के नोट पर डॉ. भीमराव अंबेडकर की फोटो छपी हुई है. तस्वीर के साथ वायरल दावे में लिखा जा रहा है कि अमेरिका ने करेंसी नोट पर अंबेडकर की फोटो लगाई है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पड़ताल में पाया कि वायरल हो रही तस्वीर फोटोशॉप की मदद से तैयार की गई है. अमेरिका ने अपने किसी भी करेंसी नोट पर बीआर अंबेडकर की तस्वीर नहीं लगाई है.
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
फेसबुक पर वायरल इस तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा गया है: 'जो काम भारत नहीं कर पाया वह काम अमेरिका ने कर दिखाया, अमेरिका की करेंसी पर बाबा साहब अंबेडकर का फोटो.' खबर लिखे जाने तक इस पोस्ट को 2600 से ज्यादा बार तक शेयर किया जा चुका था.
वायरल तस्वीर का सच जानने के लिए हमने अमेरिकी करेंसी की आधिकारिक वेबसाइट को खंगाला तो हमें ऐसा कोई नोट नहीं मिला, जिस पर अंबेडकर की तस्वीर लगाई गई हो. लिहाजा यह तस्वीर फोटोशॉप की मदद से तैयार की गई है.
1914 में जारी हुआ पहला 100 डॉलर का नोट
अमेरिका ने वर्ष 1914 में पहली बार 100 डॉलर का नोट जारी किया था. उस समय इस नोट के आगे की तरफ अमेरिका के फाउंडिंग फादर्स में से एक बेंजामिन फ्रैंकलिन और पीछे की तरफ लेबर, प्लेंटी, अमेरिका, शांति और वाणिज्य को दर्शाती तस्वीर बनी हुई थी.
1929 में किया गया बदलाव
इसके बाद साल 1929 में इस नोट में थोड़ा बदलाव किया गया था जब इसमें आगे की तरफ बेंजामिन फ्रैंकलिन और पीछे की तरफ इंडिपेंडेंस हॉल की तस्वीर लगाई गई थी. इस नोट में कई बार छोटे बड़े बदलाव किए गए, लेकिन आज तक इस नोट पर फ्रैंकलिन के अलावा कभी किसी की तस्वीर का इस्तेमाल नहीं किया गया है. इस नोट में आज तक किए गए बदलावों को यहां देखा जा सकता है.
अमेरिकी करेंसी पर किसकी तस्वीरें
बता दें कि ज्यादातर अमेरिकी करेंसी पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपतियों की ही तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया है. अमेरिका ने अपनी करेंसी पर कभी भी किसी अन्य देश के महापुरुष की तस्वीर का इस्तेमाल नहीं किया है.
पड़ताल में यह स्पष्ट हुआ कि वायरल हो रही तस्वीर फोटोशॉप की मदद से तैयार की गई है. अमेरिकी करंसी नोट पर अंबेडकर की तस्वीर का इस्तेमाल नहीं किया गया है.