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फैक्ट चेक: क्या सऊदी अरब में इतनी गर्मी पड़ रही है कि पिघलने लगी कार?

सोशल मीडिया पर एक तस्वीर काफी शेयर की जा रही है. इसमें दो कारों का पिछला बंपर पिघला हुआ दिखाई दे रहा है. पोस्ट के जरिए ये बताने की कोशिश की जा रही है कि 5 जून को सऊदी अरब में इतनी गर्मी थी कि कार तक पिघल गई.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
सऊदी अरब में पड़ रही है इतनी गर्मी कि पिघल रही है का
सोशल मीडिया पर मौजूद लोग जैसे मोहम्मद रफी चौधरी
सच्चाई
वायरल तस्वीर एरिजोना से है जहां इमारत में आग लगने से कारें पिघल गई थीं

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विश्व के कई हिस्से भीषण गर्मी का कहर झेल रहे हैं, लेकिन क्या सऊदी अरब में इतनी गर्मी पड़ रही है कि कार पिघलने लगे हैं. सोशल मीडिया पर एक तस्वीर काफी शेयर की जा रही है. इसमें दो कारों का पिछला बंपर पिघला हुआ दिखाई दे रहा है. पोस्ट के जरिए ये बताने की कोशिश की जा रही है कि 5 जून को सऊदी अरब में इतनी गर्मी थी कि कार तक पिघल गई.

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इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि तस्वीर के साथ वायरल हो रहा दावा भ्रामक है. ये तस्वीर सऊदी अरब से नहीं, बल्कि एरिजोना की है जहां एक इमारत में आग लगने से कारों का ये हाल हुआ था.

पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है. फेसबुक पर तस्वीरों के साथ कैप्शन में लिखा जा रहा है- 'आज (5 जून) सऊदी अरब में तापमान 52 डिग्री सेल्शियस है.'

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दावे का सच जानने के लिए हमने तस्वीर को रिवर्स सर्च किया तो हमें एरिजोना की एक स्थानीय न्यूज वेबसाइट पर आर्टिकल मिला. 'Tucson News Now' में छपी इस न्यूज रिपोर्ट के अनुसार, ये हादसा 19 जून 2018 को एरिजोना यूनिवर्सिटी के पास एक निर्माणाधीन इमारत में आग लगने से हुआ था. आग की तपिश से पार्किंग में मौजूद करीब एक दर्जन कारें क्षतिग्रस्त हो गई थीं.

आमतौर पर कार का बंपर पॉलीप्रोपलीन से बना होता है और ये 180 डिग्री सेल्शियस या इससे ज्यादा तापमान पर ही पिघलता है. ऐसे में ये साफ हुआ कि ये कारें सूरज की गर्मी से नहीं, बल्कि आग की तपिश से पिघली थीं.

क्या आपको लगता है कोई मैसैज झूठा ?
सच जानने के लिए उसे हमारे नंबर 73 7000 7000 पर भेजें.
आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
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