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फैक्ट चेक: सपा के कार्यकाल में हुई इफ्तार पार्टी में खाना परोसती यूपी पुलिस का नहीं है ये वीडियो

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के दफ्तर में यूपी पुलिस इफ्तार पार्टी के दौरान लोगों को खाना परोस रही है. आजतक की फैक्ट चेक टीम ने इस पूरी खबर की पड़ताल की है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
ये वीडियो उत्तर प्रदेश का है, जहां अखिलेश यादव के कार्यकाल के दौरान पुलिसकर्मी थाने में हुई इफ्तार पार्टी में खाना परोस रहे थे.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
ये वीडियो यूपी का नहीं बल्कि अप्रैल 2022 में महाराष्ट्र में हुई इफ्तार पार्टी का है. ये इफ्तार पार्टी सोलापुर पुलिस के तत्कालीन कमिश्नर हरीश बैजल के घर पर हुई थी.

बुर्का पहनी बच्चियों और महिलाओं को खाना परोसते पुलिसकर्मियों एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल है. वीडियो किसी समारोह का लग रहा है, जहां पुलिस की वर्दी पहने कुछ लोग हाथों में खाने की प्लेटें पकड़े हुए हैं और एक कतार में कुर्सियों पर बैठे बच्चों को खाना दे रहे हैं.

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वीडियो के बैकग्राउंड में एक आदमी बोलता है, “देखो पुलिस कमिश्नर साहब आपके लिए परोस रहे हैं. सुभानल्लाह. अल्लाह आपके रोजों को कबूल करे. जैसे ही बर्तन सब तक पहुंचेंगे बेटा इनशाल्लाह दुआ होगी, फिर आपको इफ्तार खोलना है. हां? दुआ के बाद इफ्तार खोलना है.”

इसे शेयर करने वालों के मुताबिक ये वीडियो उत्तर प्रदेश का है, जहां पूर्व सीएम अखिलेश यादव के कार्यकाल के दौरान यूपी पुलिस को इफ्तार पार्टी में खाना परोसना पड़ा था.

फेसबुक पर ये वीडियो शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “सत्ता का मद और अधिकारियों की अहमियत. जब उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार में अखिलेश मुख्यमंत्री थे तब पुलिस थाने में इफ्तार पार्टी का आयोजन पुलिस कर्मियों को करना पड़ता था.” इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये यूपी नहीं, बल्कि अप्रैल 2022 में महाराष्ट्र में हुई इफ्तार पार्टी का वीडियो है.

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कैसे पता लगाई सच्चाई? 

वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये 2022 के एक एक्स पोस्ट में मिला. इस पोस्ट में इफ्तार पार्टी के इस वीडियो को महाराष्ट्र का बताया गया है.

इसके बाद हमें इस घटना से जुड़ी कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं. इनके मुताबिक 29 अप्रैल, 2022 को सोलापुर के पुलिस कमिश्नर रहे हरीश बैजल ने एक इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था, जिसमें सोशल उर्दू प्राइमेरी स्कूल के 100 से भी अधिक बच्चों और शिक्षकों ने हिस्सा लिया था.

खबरों के मुताबिक हरीश ने स्कूल के इन बच्चों को अपनी पालतू चिड़ियां दिखाने के लिए अपने घर बुलाया था. बच्चों से बातचीत करते वक्त उन्हें पता चला कि उनमें से ज्यादातर ने रोजा रखा हुआ था. ये देखकर हरीश ने उनके लिए अगले ही दिन इफ्तार पार्टी का आयोजन करने का फैसला ले लिया. बच्चों ने नमाज पढ़ कर रोजा खोला था और इफ्तार पार्टी के दौरान पुलिसकर्मियों ने मिलकर इन बच्चों को खाना परोसा था.

 

 

सोलापुर सिटी पुलिस के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर हमें 29 अप्रैल 2022 को पोस्ट की गई एक तस्वीर भी मिली. इसमें बताया गया है कि सोलापुर पुलिस कमिश्नर ने अपने घर पर बच्चों के लिए इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था. तस्वीर में हरीश को बुर्का पहनी बच्चियों के साथ देखा जा सकता है. 

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इसके बाद हमने यूपी के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह से संपर्क किया. उन्होंने ‘आजतक’ से इस बात की पुष्टि की कि यूपी में अखिलेश यादव के कार्यकाल के दौरान इफ्तार पार्टी में पुलिसकर्मियों द्वारा खाना परोसने जैसी कोई घटना नहीं हुई थी. हालांकि, सीएम आवास पर कई बार इफ्तार पार्टी का आयोजन हुआ है, जिनमें बड़े-बड़े नेत शामिल होते थे.

साफ है, महाराष्ट्र में स्कूल के बच्चों के लिए अप्रैल 2022 में इफ्तार पार्टी का आयोजन करते पुलिसकर्मियों के वीडियो को यूपी का बताते हुए लोगों में भ्रम फैलाया जा रहा है.

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