एक बच्चे को बेरहमी से पीटते एक आदमी का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल है. सफेद धोती और टीशर्ट पहने ये शख्स पहले इस बच्चे को कई थप्पड़ मारता है. उसके बाद बच्चे को उठाकर जमीन पर पटक देता है और फिर बर्बरता के साथ उसके पैरों पर डंडा मारने लगता है. वहीं, कुछ बच्चे पास खड़े होकर ये पूरी घटना देखते रहते हैं.
लोगों की मानें तो ये वीडियो हरिद्वार के एक अनाथ आश्रम का है, जहां एक बच्चे के साथ इस तरह बर्बरता हुई. वीडियो के अंदर मौजूद टेक्स्ट में लिखा है, “हरिद्वार के अनाथ आश्रम में जानलेवा खिलवाड़.” पोस्ट के जवाब में लोग इस शख्स पर कार्रवाई की मांग भी कर रहे हैं.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो साल 2023 का है और यूपी के सीतापुर के एक गुरुकुल का है. तब, पुलिस ने बच्चे को पीटने वाले शख्स को हिरासत में ले लिया था.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
कीवर्ड्स के जरिये खोजने पर हमें इस घटना से जुड़ी 2023 की कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं. मगर इनमें बताया गया है कि ये घटना उत्तर प्रदेश के सीतापुर के एक स्कूल की है, जहां एक शिक्षक ने इस बच्चे को बुरी तरह पीटा था.
दरअसल, ये मामला सीतापुर के सिधौली इलाके के एक गुरुकुल का है. गुरुकुल के आचार्य सतीश ने किसी बात से नाराज होकर छात्र दीपक को गुरुकुल से निकाल देने की धमकी दी थी और फिर गुस्से में उसकी पिटाई कर डाली. इस दौरान किसी ने इस पूरी घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया.
वीडियो वायरल होने के बाद 9 अक्टूबर, 2023 को पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शिक्षक सतीश जोशी को हिरासत में ले लिया था. साथ ही, सीतापुर पुलिस ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से एक वीडियो जारी करते हुए इसकी जानकारी भी दी.
वहीं, 10 अक्टूबर, 2023 की एक वीडियो रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद स्कूल जाकर वहां पढ़ रहे बच्चों से बातचीत की थी. इस दौरान बच्चों ने पुलिस को बताया था कि वीडियो में दिख रहे शिक्षक जुलाई में ही स्कूल छोड़ कर चले गए थे.
2023 में भी कुछ लोगों ने वायरल वीडियो को हरिद्वार का बताते हुए शेयर किया था. तब, 28 नवंबर, 2023 को हरिद्वार पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो जारी किया था. इसमें हरिद्वार के एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने जानकारी दी थी कि ये घटना सीतापुर की है, हरिद्वार की नहीं.
साफ है, यूपी के सीतापुर में करीब दो साल पहले हुई एक घटना को हरिद्वार का बताते हुए भ्रम फैलाया जा रहा है.