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फैक्ट चेक: खाने में पेशाब मिलाती महिला का पुराना वीडियो सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल

वीडियो क्लिप के मुताबिक, यह घटना भोपाल में हुई और महिला जिसके यहां काम करती है उनका नाम मुकेश सूरी है. इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है. यह वीडियो नौ साल पुराना है और इसमें दिख रही घरेलू सहायिका मुस्लिम नहीं है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
हिंदू घर मालिक के खाने में अपना पेशाब मिलाती मुस्लिम घरेलू सहायिका का वीडियो.
फेसबुक यूजर “Sanjay Kumawat” व अन्य
सच्चाई
यह घटना नौ साल पुरानी है और घरेलू सहायिका मुस्लिम नहीं है.

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सोशल मीडिया पर “News24” चैनल की एक वीडियो क्लिप वायरल हो रही है, जिसमें एक घरेलू सहायिका का काम करने वाली महिला अजीब हरकत करती दिख रही है. सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि महिला घर मालिक के खाने में अपना पेशाब मिला रही है. कई फेसबुक यूजर यह वीडियो पोस्ट कर रहे हैं और इसके साथ दावा कर रहे हैं कि घरेलू काम करने वाली यह महिला मुस्लिम है और उसे काम पर रखने वाला हिंदू है. यह भी दावा किया जा रहा है कि यह महिला एक बार चोरी करते हुए पकड़ी गई थी, जिसके बाद घर मालिक ने घर में सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे.

कई फेसबुक यूजर्स जैसे “Sanjay Kumawat” ने यह वीडियो पोस्ट किया है और साथ में कैप्शन में लिखा है, “एंग्री या सेड रिएक्सन न दे, अपनी घर की मेड की जांच करे. मिस्टर सूरी ने हसीना नाम की एक घरेलू सहायिका रखी थी. यह मुस्लिम महिला परिवार के लिए जो खाना बनाती है, उसमें थूकती है और खाने में पेशाब मिलाती है. एक बार वह चोरी करते हुए पकड़ी गई थी, जिसके बाद सीसीटीवी कैमरा लगवाया गया था जिसके चलते वह पकड़ी गई. कैमरे के बारे में मालूम न होने के चलते उसका यह डरावना कृत्य पकड़ा गया.”

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वीडियो क्लिप के मुताबिक, यह घटना भोपाल में हुई और महिला जिसके यहां काम करती है उनका नाम मुकेश सूरी है. इस वायरल क्लिप में इस घरेलू सहायिका के बारे में विस्तार से कुछ नहीं बताया गया है.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है. यह वीडियो नौ साल पुराना है और इसमें दिख रही घरेलू सहायिका मुस्लिम नहीं है. यह पोस्ट फेसबुक पर काफी वायरल है, जिसे यहां देखा जा सकता है.

रिलेटेड कीवर्ड्स की मदद से हमें इस घटना से संबंधित “TheTimes of India” की एक न्यूज रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट के मुताबिक, इस घरेलू स​हायिका का नाम आशा कौशल है. रिपोर्ट कहती है कि पुलिस की पूछताछ में आशा ने अपने इस कृत्य के पीछे कई कारण गिनाए थे. इन कारणों में एक कारण यह भी था कि इस घर का मालिक महिला की बेटी के प्रति कथित तौर पर अवांछनीय व्यवहार करता था, इसलिए उसने मालिक को सबक सिखाने की सोची.

हमें “Jagran” की वेबसाइट पर 18 अक्टूबर, 2011 को प्रकाशित एक न्यूज रिपोर्ट मिली जो इसी घटना पर है. इस रिपोर्ट में भी उक्त महिला का नाम आशा कौशल बताया गया है. AFWA ने “News24” की रिपोर्ट का पूरा वीडियो देखा जिसके अंत में रिपोर्टर का वर्जन है. इंडिया टुडे ने इस घटना की और ज्यादा जानकारी के लिए News24 के रिपोर्टर प्रवीण दुबे से संपर्क किया. प्रवीण दुबे ने भी स्पष्ट किया कि वह महिला मुस्लिम नहीं है. इस तरह पड़ताल से स्पष्ट है कि वायरल पोस्ट में किया गया दावा भ्रामक है, वीडियो क्लिप में दिख रही महिला मुस्लिम नहीं है.

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