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फैक्ट चेक: फ्रांस में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस बल प्रयोग के पुराने वीडियो हालिया हिंसा से जोड़कर हो रहे शेयर

फ्रांस में फैली हिंसा तो थम चुकी है, लेकिन सोशल मीडिया पर इन दिनों पुराने वीडियो शेयर किए जा रहे हैं. इन वीडियो को फ्रांस की हिंसा का बताया जा रहा है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
ये वीडियो हाल ही में फ्रांस में पुलिस द्वारा एक किशोर की हत्या के खिलाफ हुए प्रदर्शन का है .
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
ये वीडियो महीनों पहले पेंशन सुधार के खिलाफ हुए प्रदर्शन का है. इसका फ्रांस में हुई हालिया हिंसा से कुछ लेना-देना नहीं है.

पुलिस की गोली लगने से हुई किशोर की मौत के बाद फ्रांस में फैली हिंसा तो थम चुकी है, लेकिन सोशल मीडिया पर हिंसा और आगजनी की पुरानी घटनाओं के वीडियो अभी भी शेयर हो रहे हैं. पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज की घटनाओं के वीडियोज का एक कोलाज भी खूब वायरल हो रहा है. इसे फ्रांस की पुलिस का दंगाइयों पर हालिया एक्शन बताया जा रहा है.

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इसे शेयर करते हुए एक ट्विटर यूजर ने अंग्रेजी में लिखा, "फ़्रांस में एक हफ्ते चली हिंसा के बाद पुलिस हरकत में आई."

ऐसे ही एक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है. आज तक फैक्ट चेक ने पाया कि इस वीडियो का फ्रांस के हालिया दंगों से कुछ लेना-देना नहीं है. ये पेंशन सुधार के खिलाफ हुए पुराने प्रदर्शनों से संबंधित है.

कैसे पता लगाई सच्चाई?

वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर ये हमें 2023 के कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स में मिला. सभी पोस्ट्स में इस वीडियो को पेंशन सुधार के खिलाफ हुए प्रदर्शनों का बताया गया है.

एक व्यक्ति ने इसे 17 अप्रैल, 2023 को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा था, "पुलिस ने महिलाओं को जमीन पर घसीटा और डंडों से पीटा. उनका गुनाह सिर्फ इतना था कि उन्होंने रिटायरमेंट की उम्र को 62 से बढ़ाकर 64 करने के फैसले का विरोध किया."

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अप्रैल में ही एक और यूजर ने इंस्टाग्राम पर इस वीडियो को फ्रांस और पेंशन के हैशटैग के साथ शेयर किया था. इस वीडियो को पेंशन सुधार के प्रदर्शनों से जोड़ते हुए शेयर किए गए ऐसे और भी सोशल मीडिया पोस्ट्स को यहां और यहां देखा जा सकता है.

ध्यान से देखने पर वायरल वीडियो में हमें एक जगह "एशिया पैलेस" का साइन बोर्ड दिखाई दिया. गूगल मैप्स पर हमें इस नाम का एक रेस्टोरेंट फ्रांस के रेन शहर में मिला. स्ट्रीट व्यू इमेज टूल की मदद से हमें उसी जगह की और भी कई तस्‍वीरें मिलीं. वायरल वीडियो और इन तस्वीरों की तुलना करने पर ये बात साफ हो गई कि वीडियो में दिख रही एक घटना इसी जगह की है.

वीडियो में आगे हमें "फिटनेस पार्क" लिखा हुआ एक और साइन बोर्ड दिखाई दिया. हमें गूगल मैप्स पर रेन शहर में इस नाम के चार जिम मिले. स्ट्रीट व्यू की मदद से हमने उस जिम  को ढूंढ निकाला जहां की घटना वायरल वीडियो में देखने को मिलती है. ये जिम एशिया पैलेस से करीब 1.2 किलोमीटर की दूरी पर है. यहां तक साफ है कि कोलाज में दिख रहे कम से कम दो वीडियो रेन शहर में पेंशन सुधार के खिलाफ हुए प्रदर्शन के हैं.

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रेन शहर में पेंशन सुधार के खिलाफ हुए प्रदर्शनों पर 16 अप्रैल की एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि उस समय पुलिस पर प्रदर्शनकारियों के खिलाफ अत्यधिक बल उपयोग करने का आरोप लगा था.

इसके अलावा वीडियो में हमें लोग गर्म कपड़े पहने दिखाई देते हैं. इस साल अप्रैल महीने में रेन शहर का औसतन न्यूनतम तापमान छह डिग्री और अधिकतम तापमान 15 डिग्री था. वहीं जुलाई महीने में, फिलहाल जब फ्रांस में पुलिस हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं, तो वहां का न्यूनतम तापमान 14 डिग्री और अधिकतम तापमान 24 डिग्री है.

साफ है, पेंशन सुधार के खिलाफ महीनों पहले हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस के बल प्रयोग का वीडियो हाल-फिलहाल का बताकर शेयर किया जा रहा है.
 

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