राजस्थान के जोधपुर में स्थित भव्य मेहरानगढ़ किले की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब साझा की जा रही हैं. साथ ही ये दावा किया जा रहा है कि इस किले से पूरा पाकिस्तान दिखाई देता है. ऐसे दावे के साथ किले की तस्वीरों को हिन्दी के प्रमुख अख़बारों में शामिल ‘अमर उजाला’ ने शेयर किया. ‘अमर उजाला’ के फेसबुक पेज को करीब 75 लाख लोग फॉलो करते हैं. इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि यह दावा पूरी तरह झूठा है.
तस्वीरों के साथ दावे वाली पोस्ट को फेसबुक पर 1,200 से ज्यादा लोगों ने शेयर किया. साथ ही इसे 17,000 से ज्यादा लाइक भी मिले.
आपको बता दें कि गूगल मैप्स के अनुसार मेहरानगढ़ किले और पाकिस्तान के निकटतम बॉर्डर के बीच की हवाई दूरी ही कम से कम 215 किलोमीटर है.
समुद्र तल से 125 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस किले से 200 किलोमीटर दूर की चीज़ों को देखना व्यावहारिक तौर पर नामुमकिन है. ये सिर्फ उसी सूरत में संभव हो सकता जब पहाड़ों की कोई रेंज इतनी दूरी पर स्थित हो.
अगर ऐसे ही तर्क को सच मान लिया जाए तो मुंबई के इम्पीरियल टॉवर्स से पुणे के हिस्सों को भी देखा जा सकता. लेकिन वो भी नामुमकिन है. बता दें कि इम्पीरियल टॉवर्स की ऊंचाई मेहरानगढ़ किले से लगभग दुगनी है.
पहले भी ऐसा ही दावा एक और अहम समाचार संगठन ‘दैनिक भास्कर’ कर चुका है. इसने 2015 में अपने एक लेख में दावा किया था कि मेहरानगढ़ किले से पाकिस्तान दिखता है. इस लेख में ये भी दावा किया गया था कि पाकिस्तान में भी एक ऐसा किला है जो दिखने में बिल्कुल मेहरानगढ़ किले जैसा है.
इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलपुर जिले में दरावड़ किला है जो राजस्थान में जैसलमेर जिले के किशनगढ़ किले की तरह दिखता है, जोधपुर के मेहरानगढ़ किले जैसा नहीं.
मेहरानगढ़ किले को लेकर ‘अमर उजाला’ का हालिया और ‘दैनिक भास्कर’ का अतीत में किया गया दावा, दोनों ही झूठे हैं.