‘एक्शन’ और ‘रिएक्शन’ लिखकर सोशल मीडिया पर दो वीडियो का एक कोलाज काफी शेयर किया जा रहा है. पहले वीडियो में एक शख्स सरेराह किसी लड़की से कुछ कहते हुए लगातार उसका रास्ता रोक रहा है. आखिर में लड़की भाग कर वहां से निकल जाती है और ये शख्स उसका पीछा करने लगता है. वहीं, दूसरे वीडियो में यही आदमी पुलिस की गाड़ी से बाहर निकल कर पुलिसकर्मियों के सहारे लंगड़ाते हुए थाने की ओर जा रहा है.
वीडियो को शेयर करने वालों की मानें तो ये उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर की घटना है, जहां एक मुस्लिम शख्स ने किसी लड़की के साथ छेड़खानी की, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके सबक सिखाया.
ऐसे ही एक कोलाज के अंदर लिखा है, “उत्तर प्रदेश मुजफ्फरनगर वाले पांच वक्त के नमाजी. लड़की छेड़ते हुए, लड़की छेड़ने के बाद. छेड़ोगे तो, छोड़ेंगे नहीं. Action Reaction.” वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है. आरोपी और पीड़िता दोनों ही हिन्दू हैं.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें इस घटना से जुड़ी कई खबरें मिलीं. इनमें बताया गया है कि ये घटना 5 फरवरी, 2025 की मुजफ्फरनगर के नई मंडी इलाके की है, जिसमें एक शख्स किसी महिला का रास्ता रोक कर उसे परेशान कर रहा था. इस घटना के वीडियो का संज्ञान लेते हुए पुलिस ने रोहित नाम के एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया है. खबरों के अनुसार, रोहित, भोपा थाना क्षेत्र के विलायत नगर का रहने वाला है.
खबरों में बताया गया है कि वीडियो में दिख रही लड़की एक ब्यूटी पार्लर में काम करती है और दोपहर के समय जब वो खाना खाने निकली तो रास्ते में रोहित ने उसका रास्ता रोका और उससे जबरन बात करने की कोशिश की. जैसे-तैसे लड़की दौड़ते हुए उससे बचकर भाग गई इस पूरी घटना का वीडियो वहां मौजूद एक शख्स ने रिकॉर्ड करके सोशल मीडिया पर डाल दिया. छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार हुए रोहित को जब पुलिस मेडिकल के लिए अस्पताल लेकर पहुंची, तो वो लंगड़ाकर चलता हुआ दिखाई दिया.
क्या छेड़छाड़ का आरोपी मुस्लिम है?
आरोपी के धर्म के बारे में जानने के लिए हमने नई मंडी थाना के प्रभारी निरीक्षक दिनेश चंद्र से बात की, जिन्होंने ‘आजतक’ को बताया कि इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है. उन्होंने बताया कि आरोपी रोहित के पिता का नाम समय सिंह है. और पीड़िता और आरोपी दोनों ही हिन्दू समुदाय के हैं.
साफ है, मुजफ्फरनगर में महिला के साथ छेड़छाड़ के एक वीडियो को फर्जी सांप्रदायिक रंग देकर सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है.