पश्चिम बंगाल में हुगली जिले के तेलिनीपारा में कुछ दिन पहले सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी, जिसके बाद वहां धारा 144 लगाई गई और इंटरनेट बंद कर दिया गया.
इसी बीच जलते हुए घरों और कुछ घायल लोगों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. इन तस्वीरों के साथ दावा किया जा रहा है कि बंगाल के तेलिनीपारा में हुए दंगे में दलित हिंदुओं को पीटा गया और उनके घरों को जलाया जा रहा है.
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि इन तस्वीरों के साथ किया जा रहा दावा गलत है. वायरल तस्वीरें बंगाल के तेलिनीपारा की नहीं, बल्कि पाकिस्तान में हिंदू-विरोधी हिंसा की हैं. यह पोस्ट फेसबुक पर इसी गलत दावे के साथ वायरल हो रही है.
AFWA की पड़ताल
रिवर्स सर्च की मदद से हमें इन वायरल तस्वीरों के स्रोत का पता चल गया. हिंसा की ये तस्वीरें हाल ही में पाकिस्तान में हिंदू अल्पसंख्यकों से संबंधित कई चैट ग्रुप में प्रसारित हो रही थीं. कुछ का दावा है कि ये घटना बलूचिस्तान में हुई थी, जबकि कुछ अन्य लोगों का दावा था कि ये तस्वीरें पाकिस्तान के पंजाब से हैं.
एक ट्विटर अकाउंट “Voice of Pakistan Minority ” ने जख्मी हालात में एक पुरुष और एक महिला की तस्वीरें पोस्ट की हैं. दोनों के सिर और चेहरे से खून बह रहा है और महिला के कपड़े फटे हुए हैं. इस पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, “पंजाब के रहीमयार खान में एक बार फिर हिंदू समुदाय के गुलाब और उनकी पत्नी पर पड़ोसी गुंडों ने हमला किया. उनकी पत्नी पर सरेआम यौन हमला किया गया. पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित करने वालों शर्म करो.” यही दोनों तस्वीरें बंगाल में हिंसा के नाम पर वायरल हो रही पोस्ट में भी हैं.
इसी घटना को लेकर 12 मई को “Gulf News ” ने भी रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसकी हेडिंग थी, “पाकिस्तान: ग्रामीण पंजाब में हिंदू दंपति पर बेरहमी से हमला, वजह का पता नहीं”.
इस घटना के बारे में कुछ अन्य वेबसाइट्स जैसे “JK Now ” और “instant ” ने भी खबरें प्रकाशिकत की थीं और इनमें भी उन्हीं तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया है. इन खबरों में दावा किया गया है कि पाकिस्तान में हाल ही में “21 घरों को जला दिया गया जिनमें बच्चे भी थे”.
हमने पाया कि लेखक और वकील “Rahat Austin” के एक ट्वीट पर जवाब देते हुए पाकिस्तान की पंजाब पुलिस ने कहा कि पंजाब के रहीमयार खान में यह घटना हिंदू और मुस्लिम परिवार के बीच जमीन पर मालिकाने के विवाद को लेकर थी, यह घृणा अपराध का मामला नहीं है.
یہ بنیادی طور پر زمین کی ملکیت کا تنازع ہے جس کے ہندو اور مسلم دونوں خاندان دعویدار ہیں جس پر فریقین باہم دست و گریبان ہوئے دونوں طرف سے زخمی ہونے والے افراد کی میڈیکل رپورٹ پر کاروائی جاری ہے جس کے بعد مزید قانونی کاروائی کی جائے گی.
— Punjab Police Official (@OfficialDPRPP) May 11, 2020
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग (HRCP) ने हाल ही में कहा है कि पाकिस्तान के सिंध और पंजाब में हिंदू और ईसाई समुदाय जबरन धर्मांतरण और हिंसा का सामना कर रहे हैं.
पड़ताल से यह स्पष्ट है कि वायरल हो रहीं हिंसा की तस्वीरें पश्चिम बंगाल में हुगली के तेलिनीपारा की नहीं, बल्कि पाकिस्तान में हिंदू-विरोधी हिंसा की हैं.