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फैक्ट चेक: प्रधानमंत्री मोदी ने नहीं दिया देश में संपूर्ण लॉकडाउन को लेकर ये बयान, फर्जी है ये स्क्रीनशॉट

सोशल मीडिया पर यूजर्स 'टीवी9 भारतवर्ष’ के एक न्यूज बुलेटिन का स्क्रीनशॉट शेयर कर रहे हैं. स्क्रीनशॉट में पीएम मोदी की तस्वीर के साथ बड़े अक्षरों में कोरोना ब्रेकिंग न्यूज फ्लैश होती दिख रही है. नीचे लिखा हुआ है कि "भारत में लग सकता है पिछले साल से सख्त लॉकडाउन".

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि साल 2021 में पिछले साल से भी ज्यादा सख्त लॉकडाउन लग सकता है.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
एडिटिंग सॉफ्टवेयर की मदद से बनाए गए इस स्क्रीनशॉट के जरिये लोगों में भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है.

देश में कोरोना की दूसरी लहर ने तबाही मचा रखी है. कोरोना केस लगातार बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं. दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र तक सरकारें अपने स्तर पर प्रदेश में वीकेंड लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू जैसी पाबंदियां लगा रही हैं. महामारी से निपटने की इन कोशिशों के बीच कुछ लोग सोशल मीडिया पर दावा कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में पिछले साल से भी ज्यादा सख्त लॉकडाउन लगाने का संकेत दिया है.

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सोशल मीडिया पर यूजर्स 'टीवी9 भारतवर्ष’ के एक न्यूज बुलेटिन का स्क्रीनशॉट शेयर कर रहे हैं. स्क्रीनशॉट में पीएम मोदी की तस्वीर के साथ बड़े अक्षरों में कोरोना ब्रेकिंग न्यूज फ्लैश होती दिख रही है. नीचे लिखा हुआ है कि "भारत में लग सकता है पिछले साल से सख्त लॉकडाउन".

एक फेसबुक यूजर ने इस तस्वीर को पोस्ट करके लिखा है, "लग सकता है सख्त लॉक डाउन मोई जी ने दिए संकेत।।"

इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि पीएम मोदी ने देश में पिछले साल से भी सख्त लॉकडाउन लगाने जैसी कोई बात नहीं की है. वायरल स्क्रीनशॉट महाराष्ट्र के बारे में प्रसारित एक खबर को एडिट करके बनाया गया है.

क्या है सच्चाई?

कीवर्ड सर्च करने पर हमें ऐसी कोई खबर भी नहीं मिली जिसमें मोदी ने देश में पिछले साल से भी सख्त लॉकडाउन लगाने जैसी कोई बात कही हो. अगर प्रधानमंत्री ऐसा कुछ बयान देते तो इस बारे में सभी प्रमुख मीडिया वेबसाइट ने खबर छापी होती. साथ ही 8 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि अभी संपूर्ण लॉकडाउन की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कोरोना की दूसरी लहर का सामना करने के लिए नाइट कर्फ्यू, वैक्सीन और टेस्टिंग पर जोर दिया था.

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वायरल स्क्रीनशॉट में लिखे दावे को जब हमने सर्च किया तो हमें 'टीवी9भारतवर्ष' का एक न्यूज बुलेटिन यूट्यूब पर मिला जिसमें महाराष्ट्र में लॉकडाउन पर बात की जा रही थी. 46 सेकंड के इस बुलेटिन में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार का मीडिया से बात करते हुए एक वीडियो चल रहा था और बैकग्राउंड में एंकर कह रहा है कि महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए महाराष्ट्र में पूर्ण लॉकडाउन लगाने के संकेत दिए हैं.

इसी वीडियो की एक तस्वीर को एडिट करके 'महाराष्ट्र' को हटाकर 'भारत' कर दिया गया है और उप मुख्यमंत्री अजीत पवार की जगह पर 'पीएम मोदी' का नाम और तस्वीर लगाई गई है ताकि लोगों में भ्रम फैलाया जा सके. वीडियो में 30 सेकंड के बाद के एक कीफ्रेम को उठाकर फर्जी स्क्रीनशॉट बनाया गया है.

जिस तेजी से कोरोना वायरस का प्रकोप फैल रहा है उसे देखते हुए देश में लॉकडाउन लगाया जाएगा या नहीं और अगर लगाया गया तो वह कितना सख्त होगा, इस बारे में अभी कुछ कहा नहीं जा सकता.

यहां हमारी पड़ताल में साबित होता है कि पीएम मोदी ने देश में पिछले साल से भी सख्त लॉकडाउन लगाने जैसी कोई बात नहीं की है. वायरल स्क्रीनशॉट महाराष्ट्र से जुड़े एक न्यूज बुलेटिन की खबर को एडिट करके बनाया गया है.

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