सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की AIMIM नेता व तेलंगाना विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी के पांव छूते हुए एक तस्वीर वायरल हो रही है. तस्वीर को देखने पर यह आसानी से समझा जा सकता है कि यह तस्वीर फोटोशॉप की मदद से तैयार की गई है, फिर भी इस तस्वीर को 28000 से ज्यादा लोग शेयर कर चुके हैं.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल हो रही तस्वीर फोटोशॉप से तैयार की गई है. असली तस्वीर में मोदी ओवैसी के नहीं बल्कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के पैर छू रहे हैं.
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
फेसबुक पर यह तस्वीर पिछले कुछ समय से शेयर की जा रही है.
तस्वीर का सच जानने के लिए जब हमने इसे रिवर्स सर्च किया तो हमें असली तस्वीर मिल गई. असली तस्वीर में मोदी बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के पांव छू रहे हैं.
यह तस्वीर साल 2013 की है जब मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के समय बीजेपी के टॉप नेता व उस समय पार्टी के अध्यक्ष रहे राजनाथ सिंह भोपाल में शिवराज सिंह चौहान के लिए प्रचार करने पहुंचे थे.
उस समय स्टेज पर मोदी ने आडवाणी के पांव छुए थे, लेकिन आडवाणी ने इस पर कोई खास प्रतिक्रिया नहीं दी थी, जिसके बाद यह तस्वीर और मोदी से आडवाणी की नाराजगी की बात काफी समय तक सुर्खियों में बनी रही थी. इस घटना को कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था.
किसने शेयर की तस्वीर?
इस तस्वीर को फेसबुक यूजर 'Sarukh Mewat India' ने पोस्ट किया था. यह अकाउंट पूरी तरह फर्जी मालूम होता है. यूजर ने अपनी पहचान छुपाने के लिए अकाउंट पर प्रोफाइल फोटो में एक चाइल्ड मॉडल की तस्वीर का इस्तेमाल किया है. हमें इस मॉडल की और भी तस्वीरें एक शॉपिंग वेबसाइट पर मिलीं.
पत्रकार ने भी शेयर की थी फोटोशॉप्ड तस्वीर
वर्ष 2016 में सीएनएन-आईबीएन के पत्रकार राघव चोपड़ा ने भी इस तस्वीर को शेयर किया था, उस समय तस्वीर में फोटोशॉप की मदद से आडवाणी की जगह सऊदी अरब के राजा सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सऊद की तस्वीर लगाई गई थी.
उस समय बीजेपी ने पत्रकार के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी, जिसके बाद चोपड़ा ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए ट्वीट के जरिए माफी मांगी थी. पूरे मामले को यहां पढ़ा जा सकता है.
पड़ताल में साफ हुआ कि वायरल तस्वीर फोटोशॉप्ड है, असली तस्वीर में मोदी आडवाणी के पैर छू रहे हैं.I sincerely regret posting a morphed picture of the PM on my Facebook page. I should have also verified its authenticity before tweeting it.
— Raghav Chopra (@RaghavChopra_) April 4, 2016