
दिल्ली चुनाव की सरगर्मियों के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें वो किसी क्लासरूम में बच्चों से बातचीत कर रहे हैं. क्लासरूम में चहलकदमी करते पीएम मोदी के सामने बच्चे एक्शंस के साथ एक कविता सुना रहे हैं जिसके बोल हैं, "नमस्ते जी, नमस्ते जी. हमारे घर कोई आए, उसे आदर से बैठाना जी...". वीडियो को शेयर करते हुए कई लोग तंज कस रहे हैं कि ये दिल्ली के स्कूल के बच्चे हैं, इसीलिए इतने होशियार हैं. अगर पीएम यूपी के किसी स्कूल में गए होते, तो उन्हें हकीकत पता लग जाती.
मिसाल के तौर पर, एक एक्स यूजर ने इसे शेयर करते हुए लिखा, “केजरीवाल के बनाये गए स्कूलों मे रील बनाने गया है चौथी फेल. कभी यूपी के स्कूलों मे भी रील बना लो हकीकत पता चल जायेगा. वैसे ये बच्चे खुद इस चौथी फेल से तो ज्यादा होशियार हैं. बच्चों कों समझाने की जरुरत नहीं है.”
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये साल 2023 का वाराणसी का वीडियो है, न कि दिल्ली का.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें इसका एक लंबा वर्जन प्रधानमंत्री मोदी के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर 18 दिसंबर, 2023 को अपलोड किया हुआ मिला. पोस्ट में लिखा है, “वाराणसी में स्कूली बच्चों के साथ संवाद ने नई ऊर्जा से भर दिया. इन प्यारे-प्यारे बच्चों ने बताया कि स्कूल में सुविधाएं बढ़ने से कैसे अब पढ़ाई में भी उनका मन खूब लग रहा है.” ये वीडियो प्रधानमंत्री मोदी के यूट्यूब अकाउंट पर भी मौजूद है.
वायरल वीडियो से ली गई तस्वीरों को दिसंबर 2023 में छपी कई मीडिया रिपोर्ट्स में भी देखा जा सकता है. एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, बच्चों के साथ प्रधानमंत्री मोदी के संवाद का ये वीडियो वाराणसी के एक स्कूल का है जहां बच्चों ने उनसे सवाल किए, उनके बारे में जानने की कोशिश की और उनका अभिवादन किया.
दरअसल, दिसंबर 2023 में मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में जीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी पहली बार 17 दिसंबर को अपने संसदीय क्षेत्र काशी आए थे. वह अपने दो दिवसीय काशी दौरे में नमो घाट पर आयोजित काशी-तमिल संगमम के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए थे. इस दौरान उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ मौजूद थे. प्रधानमंत्री मोदी वीडियो में दिख रहे स्कूली बच्चों से भी अपने इसी दौरे में मिले थे.
साफ है, 2023 में पीएम मोदी की वाराणसी के स्कूली बच्चों के साथ हुई मुलाकात के वीडियो को दिल्ली के सरकारी स्कूल का बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.
रिपोर्ट - आशीष कुमार