महाराष्ट्र में बीजेपी की गठबंधन सहयोगी 'रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया' (RPI) ने विधानसभा चुनाव के लिए अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के भाई दीपक निकलजे को गुरुवार (3 अक्टूबर) को टिकट दिया था. इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक पुरानी तस्वीर शेयर हो रही है. तस्वीर में उनके साथ एक व्यक्ति दिख रहा है, जबकि उनकी दाईं तरफ अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को देखा जा सकता है. वहीं पीछे खड़े व्यक्ति को देवेंद्र फडणवीस बताया जा रहा है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पड़ताल में पाया कि वायरल हो रही तस्वीर फोटोशॉप की मदद से तैयार की गई है. असली तस्वीर में छोटा राजन नहीं बल्कि कोई अन्य व्यक्ति खड़ा नजर आता है.
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
फेसबुक पर वायरल हो रही इस तस्वीर पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं.
वायरल तस्वीर का सच जानने के लिए हमने इसे रिवर्स सर्च की मदद से ढूंढा. हमें टाइम्स ऑफ इंडिया के एक आर्टिकल में यह तस्वीर मिली. तस्वीर के कैप्शन के अनुसार मोदी के बाएं तरफ बीजेपी कार्यकर्ता और मोदी के पुराने साथी सुरेश जानी हैं. 1993 में अमेरिका के दौरे पर पहुंचे मोदी का स्वागत करने सुरेश जानी जेएफके एयरपोर्ट पहुंचे थे.
तस्वीर में उनके पीछे एक व्यक्ति नजर आ रहा है. वायरल तस्वीर में फोटोशॉप की मदद से इस व्यक्ति के चेहरे की जगह छोटा राजन का चेहरा लगा दिया गया है. असली तस्वीर और वायरल तस्वीर की तुलना करने पर देखा जा सकता है कि व्यक्ति के चेहरे के अलावा बाकी शरीर की तस्वीर हूबहू एक सी है.
आर्टिकल में सुरेश जानी को कोट करते हुए लिखा गया है: 'जब मोदी पहली बार 1993 में अमेरिका आए थे तब मैं उन्हें लेने एयरपोर्ट गया था. उसके बाद वे 1997 में और फिर 2000 में अमेरिका आए थे.' इस आर्टिकल में जैन ने कहीं भी यह जिक्र नहीं किया कि वहां देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे, इसलिए यह कहना मुश्किल होगा कि तस्वीर में जैन के पीछे खड़ा व्यक्ति देवेंद्र फडणवीस है या नहीं.
निकलजे का टिकट हुआ रद्द
महाराष्ट्र के सतारा जिले के फलटण से टिकट देने के एक दिन बाद आरपीआई ने दीपक निकलजे का टिकट उनकी जगह स्थानीय नेता दिगम्बर अगावणे को दे दिया है. इसके पीछे पार्टी ने वजह देते हुए कहा कि निकलजे फलटण से तो हैं, लेकिन वहां कभी रहे नहीं. ऐसे में पार्टी ने स्थानीय नेता को मौका दिया है. कई मीडिया संस्थानों ने इस खबर को प्रकाशित किया है.
पड़ताल में यह साफ हुआ कि वायरल तस्वीर फोटोशॉप की मदद से तैयार की गई है.