इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने हाल ही में फीस में बढ़ोत्तरी की थी जिसके चलते वहां के छात्र लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनों के दौरान कुछ छात्रों ने आत्महत्या की भी कोशिश की. इन घटनाओं से जोड़ते हुए पंखे से लटककर आत्महत्या करने वाले एक लड़के आशुतोष तिवारी की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि आशुतोष इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का छात्र था जिसने फीस वृद्धि से दुखी होकर अपनी जान दे दी.
मिसाल के तौर पर, एक फेसबुक यूजर ने प्रयागराज के हॉस्टल में हुई इस आत्महत्या से जुड़ा वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “बेऔलादों की सरकार है ना इनको औलाद होने की ख़ुशी पता है ना औलाद के ना होने का गम. इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र ने किया सुसाइड. हॉस्टल के कमरे में लगाई फांसी. फीस बढ़ने से था नाराज, कैंपस पुलिस छावनी में तब्दील. #AllahabadUniversity”
कई वेरिफाइड ट्विटर यूजर्स भी प्रयागराज के हॉस्टल में सुसाइड करने वाले इस लड़के आशुतोष को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का छात्र बता रहे हैं और कह रहे हैं कि वो फीस बढ़ने से दुखी था. ऐसी ही एक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
इंडिया टुडे की फैक्ट चेक टीम ने पाया कि आशुतोष तिवारी नाम का ये लड़का न तो इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का स्टूडेंट था और न ही उसके कॉलेज में फीस बढ़ी थी. वो प्रयागराज के ‘कुलभास्कर आश्रम पीजी कॉलेज’ का छात्र था. हालांकि इतनी बात सही है कि उसकी मौत इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में हुई थी. आशुतोष के सगे भाई लकी तिवारी ने ‘आजतक’ से बातचीत में इस बात की पुष्टि की है.
क्या बोलीं इलाहाबाद विश्वविद्यालय की प्रवक्ता?
इस बारे में जानकारी पाने के लिए हमने सबसे पहले इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पीआरओ जया कपूर से संपर्क किया. उन्होंने हमें बताया कि आशुतोष तिवारी नाम के जिस लड़के ने ताराचंद छात्रावास में आत्महत्या की है वो इलाहाबाद विश्वविद्यालय का छात्र नही है. वो यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में अवैध रूप से रह रहा था.
पुलिस का क्या कहना है?
हमें इस घटना से संबंधित प्रयागराज पुलिस का एक ट्वीट मिला. इसमें बताया गया है कि खुदकुशी करने वाला छात्र आशुतोष प्रयागराज के कुलभास्कर डिग्री कॉलेज का स्टूडेंट था.
#PRAYAGRAJ_POLICE
ताराचन्द्र छात्रावास प्रयागराज में छात्र ( जिसका इलाहाबाद विश्वविद्यालय से कोई भी सम्बन्ध नही है ) द्वारा आत्महत्या किए जाने की घटना के सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक नगर द्वारा दी गयी बाइट-@Uppolice @dgpup @ADGZonPrayagraj @igrangealld @ShaileshP_IPS https://t.co/y1qerqmYhp pic.twitter.com/qvs1DWlGTW
— PRAYAGRAJ POLICE (@prayagraj_pol) September 20, 2022
प्रयागराज के एसपी सिटी संतोष मीणा ने हमें बताया कि आशुतोष के इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का छात्र होने और फीस बढ़ोत्तरी की वजह से सुसाइड करने की बात सिर्फ एक अफवाह है. वो कहते हैं, “शुरुआती जांच में ये मामला दोस्ती या प्रेम प्रसंग से जुड़ा लग रहा है.”
आशुतोष के कॉलेज के प्रॉक्टर क्या बोले?
‘कुलभास्कर आश्रम पीजी कॉलेज’ की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, ये ‘प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) यूनिवर्सिटी, प्रयागराज’ से संबद्ध है.
इस कॉलेज के प्रॉक्टर प्रोफेसर पवन कुमार पचौरी ने ‘आजतक’ को बताया कि ‘एमएससी थर्ड सेमेस्टर’ का स्टूडेंट आशीष तिवारी बेहद मेधावी था. एमएससी प्रीवियस में उसकी सेकंड पोजीशन आई थी. पवन ने ये भी बताया कि ‘कुलभास्कर आश्रम पीजी कॉलेज’ में पिछले तीन साल से फीस नहीं बढ़ाई गई है. जाहिर है, जब फीस बढ़ी ही नहीं तो आशुतोष के सुसाइड करने की वजह फीस बढ़ोत्तरी नहीं हो सकती.
आशुतोष के भाइयों का बयान
हमने ललौली, फतेहपुर में रहने वाले आशुतोष के ताऊजी के 33 वर्षीय बेटे भारत तिवारी को कॉल किया. उन्होंने बताया कि आशुतोष अपनी मां और भाई बहनों के साथ मौदहा, हमीरपुर स्थित अपने ननिहाल में रहता था. उसकी मां बिट्टा देवी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हैं. पिता सत्यनारायण तिवारी जैसलमेर के एक मंदिर में पुजारी हैं.
भारत ने हमारी बात आशुतोष के 27 वर्षीय सगे भाई लकी तिवारी से भी करवाई. लकी ने ‘आजतक’ को बताया कि उनके भाई के फीस बढ़ोत्तरी की वजह से आत्महत्या करने की बात एकदम बेबुनियाद है. वो कहते हैं, “परिवार में किसी तरह की आर्थिक दिक्कत नहीं थी. सब कुछ सामान्य था. उसने ऐसी किसी तकलीफ का जिक्र भी नहीं किया. उसका जाना हम सभी के लिए बेहद दुखद है.”
फीस बढ़ने पर सियासी भूचाल
प्रयागराज यूनिवर्सिटी में फीस बढ़ने को लेकर विपक्षी पार्टियां लगातार बीजेपी सरकार पर हमलावर हैं. ‘आज तक’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी ने कहा है कि फीस में ये बढ़ोत्तरी 110 साल बाद की गई है. इस रिपोर्ट में देखा जा सकता है कि किस कोर्स में कितनी फीस बढ़ी है. साफ है, प्रयागराज में एक छात्र के सुसाइड करने की हालिया घटना को फीस वृद्धि को लेकर चल रहे प्रदर्शनों से जोड़कर पेश किया जा रहा है.
(इनपुट: प्रयागराज से पंकज श्रीवास्तव, फतेहपुर से नीतेश श्रीवास्तव)