कतर में खेले जा रहे फीफा वर्ल्ड कप में पुर्तगाल का सफर 10 दिसंबर को खत्म हो गया. क्वार्टर फाइनल में मोरक्को के हाथों 0-1 से हारकर पुर्तगाल की टीम वर्ल्ड कप से बाहर हो गई और इसी के साथ पुर्तगाल के खिलाड़ी और मौजूदा वक्त में दुनिया के सबसे शानदार फुटबॉलर माने जाने वाले क्रिस्टियानो रोनाल्डो का वर्ल्ड कप जीतने का सपना भी टूट गया.
इसी बीच सोशल मीडिया पर रोनाल्डो को लेकर एक ऐसी तस्वीर वायरल हो रही है, जिसके साथ कहा जा रहा है कि उन्होंने अपने चारों ‘गोल्डन बूट' अवॉर्ड्स की ट्रॉफी बेचकर उससे मिली रकम फिलिस्तीन के गरीब बच्चों के लिए दान में दे दी है.
इस तस्वीर में रोनाल्डो अपने ‘गोल्डन बूट’ अवॉर्ड की ट्रॉफी को चूम रहे हैं और इस तस्वीर पर लिखा, 'क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने अपने चार गोल्डन बूट 12 करोड़ रुपए में बेचे हैं और यह सारा पैसा फिलिस्तीन में गरीब बच्चों की मदद के लिए जाएगा.'
इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि रोनाल्डो के अपने चारों ‘गोल्डन बूट’ अवॉर्ड की ट्रॉफी बेचकर उससे मिली रकम को फिलिस्तीनी बच्चों के लिए दान देने का बात पूरी तरह गलत है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
रोनाल्डो दुनिया के सबसे नामी-गिरामी खिलाड़ियों में से एक हैं. वहीं दूसरी ओर फिलिस्तीन का मसला दुनिया के सबसे पुराने और पेचीदा इंटरनेशनल विवादों में से एक है. ऐसे में अगर रोनाल्डो अपने ‘गोल्डन बूट’ अवॉर्ड की ट्रॉफी बेचकर इतनी बड़ी रकम फिलिस्तीनी बच्चों के लिए दान देते तो ये खबर इंटरनेशनल सुर्खियों में जरूर आ जाती. लेकिन हमें खोजने पर ऐसी कोई खबर नहीं मिली.
रोनाल्डो के किसी सोशल मीडिया अकाउंट पर भी ऐसी कोई जानकारी नहीं है.
क्या है गोल्डन बूट?
यूरोपियन लीग्स में सबसे ज्यादा गोल दागने वाले खिलाड़ी को यूरोपियन ‘गोल्डन बूट’ अवॉर्ड से नवाजा जाता है. रोनाल्डो ने साल 2007-08 में पहली बार गोल्डन बूट जीता था. इसके बाद वो 2010-11, 2013-14 और 2014-15 में भी ये रुतबा हासिल कर चुके हैं. उनसे अधिक यानी छह बार ‘गोल्डन बूट’ का खिताब अर्जेंटीना के लियोनेल मेसी ने ही हासिल किया है.
इससे पहले भी साल 2019 में रोनाल्डो के फिलिस्तीन को 1.5 मिलियन डॉलर दान देने की अफवाह फैली थी. तब समाचार एजेंसी ‘AFP’ ने इसका फैक्ट चेक किया था.
ये कोई पहली बार नहीं है जब कतर में खेले जा रहे फीफा वर्ल्ड कप के दौरान फिलिस्तीन को लेकर कोई अफवाह फैली हो. इससे पहले फैली ऐसे भ्रामक खबरों का फैक्ट चेक ‘India Today’ ने किया है जिसे यहां पढ़ा जा सकता है.