जेएनयू में जारी बवाल के बीच सोशल मीडिया पर जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष की दो तस्वीरों का कोलाज वायरल हो रहा है. पहली तस्वीर में आइशी बाएं हाथ और सिर पर पट्टी बांधे कुछ लोगों के साथ जाते दिख रही हैं. वहीं दूसरी तस्वीर में माइक पर कुछ बोलती नजर आ रही हैं जबकि उनकी पट्टी दाएं हाथ में दिख रही है. दावा किया जा रहा है कि आइशी की चोट नकली है, पहले उनके बाएं हाथ में पट्टी थी, एक ही रात में उनकी पट्टी दाएं हाथ में आ गई.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल तस्वीर को फ्लिप किया गया है. असल में उन्हें बाएं हाथ में ही चोट लगी है. फेसबुक यूजर 'रवींद्र भारतीय' ने फोटो पोस्ट करते हुए लिखा कि 'ये #जेएनयू वाली #आइशीघोष की स्पेशल चोट है, कल #उल्टेहाथ में थी तो आज #सीधे_हाथ में है और हम सब #टूचिया हैं.'
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
वायरल कोलाज के साथ किए जा रहे दावे का सच जानने के लिए हमने एक एक-कर दोनों तस्वीरों को रिवर्स सर्च व कीवर्ड की मदद से ढूंढा. कोलाज की पहली तस्वीर जिसमें आइशी कुछ लोगों के साथ चलती नजर आ रही हैं, News18 के 8 जनवरी को छपे एक आर्टिकल में मिली. इसमें आइशी के बाएं हाथ और सिर पर पट्टी बंधी देखी जा सकती है. इस तस्वीर का क्रेडिट न्यूज एजेंसी पीटीआई को दिया गया है.
वहीं माइक हाथ में लिए आइशी की दूसरी तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर हमें Hindustan Times का आर्टिकल मिला. इसमें वायरल तस्वीर मौजूद थी. तस्वीर के साथ अंग्रेजी में कैप्शन लिखा गया है जिसका हिंदी अनुवाद है: 'रविवार को हुए हमले के विरोध के दौरान जेएनयू कैम्पस में मीडिया से रूबरू होती JNUSU अध्यक्ष आइशी घोष.'
यह तस्वीर हिंदुस्तान टाइम्स के फोटो जर्नलिस्ट विपिन कुमार ने खींची थी. वायरल तस्वीर इसी तस्वीर को पलट कर तैयार की गई है. यहां दोनों तस्वीरों की तुलना की गई है.
इसी आर्टिकल में उस दौरान का एक वीडियो भी मौजूद है. वीडियो और तस्वीर में साफ देखा जा सकता है कि आइशी के बाएं हाथ में चोट है.
हमें यूट्यूब पर भी कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि आइशी के बाएं हाथ और सिर पर पट्टी बंधी हुई है.
पड़ताल में साफ हुआ कि माइक लिए आइशी घोष की वायरल तस्वीर के साथ छेड़छाड़ की गई है.