
एक लड़की की पिटाई का दिल दहला देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. वीडियो में कुछ लड़कों ने एक लड़की को घेर रखा है और उसे बेदर्दी से पीट रहे हैं. लाठी और लातों की मार झेलती लड़की बेबसी में रो रही है.
इस वीडियो को शेयर करते हुए एक फेसबुक यूजर ने लिखा, “जुर्म सिर्फ इतना है कि लड़की हरिजन समाज की होकर ब्रम्हाड के खेत में शौच करने गयी थी. यह इंसान नहीं हो सकते इंसान की शक्ल में जानवर. आखिर एक बच्ची पर इतना जुल्म क्यों???”
इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिख रही लड़की आदिवासी है जिसे ब्राह्मणों ने नहीं बल्कि खुद उसके परिवार के लोगों ने पीटा था क्योंकि वो उनकी मर्जी के खिलाफ एक दलित युवक के साथ भाग गई थी. ये वाकया 2019 में मध्य प्रदेश के धार जिले में सामने आया था.
फेसबुक के अलावा ट्विटर पर भी ये वीडियो काफी वायरल है. बहुत सारे लोग इस वीडियो को शेयर करते हुए ब्राह्मणों को बुरा-भला कह रहे हैं.
क्या है सच्चाई
हमें ‘आजतक’ की 30 जून 2019 की एक रिपोर्ट मिली जिसमें वीडियो से निकाली गई एक फोटो इस्तेमाल की गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, ये मामला मध्य प्रदेश के धार जिले का है जहां एक आदिवासी युवती अपने परिवार को बिना बताए एक दलित युवक के साथ भाग गई थी. बाद में जब लड़की का पता चला तो उसके परिजनों ने उसकी सरेआम पिटाई कर दी थी.
हमने वायरल वीडियो ‘आजतक’ के धार संवाददाता छोटू शास्त्री को भी भेजा. उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि ये मामला धार का ही है. 2019 में इस घटना की रिपोर्टिंग के दौरान छोटू शास्त्री से बात करते हुए बाग थाने के टीआई कमलेश सिंघार ने बताया था कि लड़की को उसके परिजनों ने डंडों और गीली लकड़ियों से पीटा था. इस मामले में सात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी.
हमें ‘एनडीटीवी’ की एक वीडियो रिपोर्ट भी मिली, जिसमें इस मामले के बारे में विस्तार से बताया गया है.
यानी ये बात स्पष्ट है कि वीडियो में दिख रही लड़की को किसी ब्राह्मण के खेत में शौच के लिए जाने पर नहीं पीटा गया. ब्राह्मणों के हाथों इस लड़की की पिटाई करने की जो कहानी वायरल वीडियो के साथ सुनाई जा रही है, वो बिल्कुल बेबुनियाद है.