सोशल मीडिया पर एक तस्वीर जमकर वायरल हो रही है. इसमें एक मूर्ति का अभिषेक होते हुए देखा जा सकता है. तस्वीर के साथ दावा किया गया है कि यह जर्मनी में स्थित भगवान नरसिंह की 32000 साल पुरानी मूर्ति है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि ये मूर्ति भगवान नरसिंह की ही है, लेकिन ये जर्मनी में नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल के एक मंदिर में स्थापित है.
सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इस पोस्ट को शेयर किया है. अभी तक ये पोस्ट हजारों में शेयर हो चुकी है. खोजने पर पता चला कि ये तस्वीर साल 2012 से इसी दावे के साथ वायरल हो रही है.
वायरल तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर हमें कई ऐसे लेख मिले, जिसमें मूर्ति को पश्चिम बंगाल के मायापुर में स्थित इस्कॉन मंदिर का बताया गया है. इस्कॉन के यूट्यूब चैनल पर भी हमें एक वीडियो मिला जिसमें भगवान नरसिंह की इसी मूर्ति का अभिषेक हो रहा है.
इस बात की पुष्टि हमने इस्कॉन मायापुर के मीडिया कोऑर्डिनेटर रशिक गौरांग से भी की. उन्होंने हमें बताया कि ये मूर्ति मायापुर इस्कॉन मंदिर में ही स्थित है और लगभग तीस साल पुरानी है.
हालांकि, हमें ऐसे कुछ लेख भी मिले जिसमें जर्मनी में भगवान नरसिंह की 32 हजार साल पुरानी मूर्ति मिलने का जिक्र था. लेख में खबरों का हवाला देते हुए कहा गया है कि दक्षिण जर्मनी की एक गुफा में भगवान नरसिंह की 32 हजार साल पुरानी एक मूर्ति मिली है. लेख में कुछ पत्थर की मूर्तियों की तस्वीर भी दिखाई गई है, लेकिन ये वायरल तस्वीर में दिख रही मूर्ति से बिल्कुल अलग है.
हिंदू पुराणों के अनुसार नरसिंह भगवान विष्णु के अवतार हैं जो आधे मानव एवं आधे शेर के रूप में प्रकट हुए थे.