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फैक्ट चेक: न्यूयॉर्क में विराट कोहली की दिख रही ये मूर्ति असली नहीं है

सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि न्यू यॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर क्रिकेटर विराट कोहली की विशालकाय मूर्ती लगा दी गई है, एक फेसबुक यूजर ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा कि अमेरिका में छाए विराट कोहली, न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर लगाई विराट कोहली की प्रतिमा.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
न्यू यॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर लगाई गई विराट कोहली की विशालकाय मूर्ति.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
विराट कोहली की ये मूर्ती असली नहीं है. इसे ड्यूरोफ्लेक्स नाम की एक कंपनी ने सीजीआई के जरिये बनाया है.

क्या न्यू यॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर क्रिकेटर विराट कोहली की विशालकाय मूर्ती लगा दी गई है? सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए यही दावा किया जा रहा है. वीडियो में दिखता है कि एक सड़क पर विराट कोहली को सुनहरे रंग की काफी बड़ी मूर्ती लगी हुई है. सोशल मीडिया यूजर्स की मानें तो इस मूर्ती का अनावरण हाल ही में अमेरिका के न्यू यॉर्क शहर के प्रतिष्ठित टाइम्स स्क्वायर पर किया गया है.

 

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एक फेसबुक यूजर ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, "अमेरिका में छाए विराट कोहली, न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर लगाई विराट कोहली की प्रतिमा." इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

इसके साथ ही कई मीडिया चैनलों ने भी टाइम्स स्क्वायर में विराट कोहली की प्रतिमा लगने पर खबरें छापी हैं.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल वीडियो में टाइम्स स्क्वायर पर विराट कोहली की प्रतिमा असली नहीं है बल्कि उसे सीजीआई टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से बनाया गया है.

कैसे पता चली सच्चाई?

वायरल वीडयो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये ड्यूरोफ्लेक्स नाम के एक इंस्टाग्राम चैनल पर 23 जून 2024 को अपलोड किया हुआ मिला. ड्यूरोफ्लेक्स गद्दे बनाने वाली एक कंपनी है. हमने देखा कि इस पोस्ट के कैप्शन में हैशटैग के साथ "सीजीआई एनिमेशन" लिखा हुआ है. सीजीआई या कंप्यूटर जनरेटेड इमेजरी का इस्तेमाल कंप्यूटर ग्राफिक के जरिये तस्वीरें या वीडियो बनाने के लिए होता है.

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ड्यूरोफ्लेक्स के यूट्यूब चैनल पर भी हमें यही वीडियो मिला जिसके टाइटल में भी "सीजीआई" लिखा हुआ है. यहां ये बात साफ हो गई कि विराट कोहली की मूर्ति असली नहीं है.

 

वीडियो में हमें एक फ्रेम ऐसा दिखा जिसमें एक बक्से जैसी चीज एक बड़ी बिल्डिंग को ढकते हुए उसके ऊपर से गुजर रही है. ऐसा तभी मुमकिन है वीडियो को कंप्यूटर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके बनाया गया हो. ये तस्वीर आप नीचे देख सकते हैं.

इसके बाद हमने ड्यूरोफ्लेक्स से संपर्क किया. कंपनी के कस्टमर सपोर्ट अधिकारी किरण कुमार ने आजतक से बात करते हुए इस बात की पुष्टि की कि विराट कोहली की मूर्ति असली नहीं है बल्कि उसे सीजीआई का इस्तेमाल से बनाया गया है.

टी20 क्रिकेट वर्ल्ड कप फिलहाल अमेरिका और वेस्ट इंडीज में जारी है. असल में विराट कोहली की सीजीआई से बनी मूर्ति ड्यूरोफ्लेक्स के प्रचार कैंपेन का हिस्सा है. विराट को मई 2023 में ड्यूरोफ्लेक्स का ब्रांड अम्बेसडर बनाया गया था.
 

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