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फैक्ट चेक: क्या है वायरल हो रही पीएम मोदी की इस तस्वीर की सच्चाई?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया सऊदी अरब दौरे की दो तस्वीरों का एक कोलाज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. तस्वीरों में पीएम मोदी सऊदी अधिकारियों की ही तरह सिर पर अरबी साफा पहने दिख रहे हैं. क्या है इन तस्वीरों की हकीकत? जानिए इस फैक्ट चेक में.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
पीएम मोदी ने सिर पर पहना अरबी रुमाल.
फेसबुक पेज I.T & Social Media Cell Congress व अन्य
सच्चाई
वायरल हो रही तस्वीर फोटोशॉप की मदद से तैयार की गई है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया सऊदी अरब दौरे की दो तस्वीरों का एक कोलाज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. तस्वीरों में पीएम मोदी सऊदी अधिकारियों की ही तरह सिर पर अरबी साफा पहने दिख रहे हैं. अरबी साफा या कैफिए अरब की पारंपरिक पोशाक का हिस्सा हैं जिसे सिर पर पहना जाता है.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पड़ताल में पाया कि वायरल हो रही तस्वीर फोटोशॉप की मदद से तैयार की गई है. असली तस्वीर में पीएम मोदी ने सिर पर कुछ नहीं पहना है.

पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

फेसबुक पेज "I.T & Social Media Cell Congress " ने दो तस्वीरों का कोलाज पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा: "भक्तों...तुम मुसलमानों का बायकाट करो और तुम्हारे पापा..." खबर लिखे जाने तक इस तस्वीर को करीब 400 बार तक शेयर किया जा चुका था.

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यह तस्वीरें फेसबुक और ट्विटर पर काफी वायरल हो रही हैं.

मंगलवार (29 अक्टूबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब की राजधानी रियाद के किंग खालिद इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंड करने के बाद की कुछ तस्वीरें ट्वीट की थीं.

प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी मोदी के सऊदी दौरे की तस्वीरें ट्वीट की थीं.

वायरल तस्वीर इन्हीं तस्वीरों में से एक को फोटोशॉप करके तैयार की गई है. यहां असली तस्वीर में देखा जा सकता है कि पीएम मोदी ने सिर पर कुछ नहीं पहना है.

पीएम के इस दो दिवसीय दौरे को कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान रिपोर्ट कर रहे हैं.

मुस्लिम टोपी पहनने से इनकार कर चुके हैं मोदी

साल 2011 में अहमदाबाद में सद्भाव व शांति के लिए हुए उपवास के समय नरेंद्र मोदी ने स्टेज पर मुस्लिम टोपी पहनने से इनकार कर दिया था. उस समय इस मामले ने काफी तूल पकड़ा था. कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था. हालांकि, इसके बाद मोदी कई बार मस्जिदों का दौरा कर चुके हैं.

 पड़ताल में साफ हुआ कि वायरल हो रही तस्वीर फोटोशॉप की मदद से तैयार की गई है.

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