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फैक्ट चेक: सुप्रीम कोर्ट ने नहीं दिया है नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी का आदेश, गलत हेडलाइन से फैलाया जा रहा भ्रम

एक न्यूज बुलेटिन को शेयर करते हुए कुछ सोशल मीडिया यूजर्स कह रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को गिरफ्तार करने का आदेश सुना दिया है. इस वीडियो की शुरुआत में नूपुर शर्मा की तस्वीर के साथ फ्लैश होता है, ‘आज की सबसे बड़ी खबर शर्मा को सुप्रीम कोर्ट गिरफ्त करने का आदेश दिया’. इसके ऊपर ‘ब्रेकिंग न्यूज’ लिखा हुआ है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में निलंबित बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
सुप्रीम कोर्ट के नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी का आदेश देने की बात पूरी तरह गलत है. इसके ठीक उलट, सुप्रीम कोर्ट ने 10 अगस्त को नूपुर की गिरफ्तारी पर लगी रोक को जारी रखा है.

एक न्यूज बुलेटिन को शेयर करते हुए कुछ सोशल मीडिया यूजर्स कह रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को गिरफ्तार करने का आदेश सुना दिया है. इस वीडियो की शुरुआत में नूपुर शर्मा की तस्वीर के साथ फ्लैश होता है, ‘आज की सबसे बड़ी खबर शर्मा को सुप्रीम कोर्ट गिरफ्त करने का आदेश दिया’. इसके ऊपर ‘ब्रेकिंग न्यूज’ लिखा हुआ है.

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इस वीडियो में वॉइसओवर कर रहा शख्स कहता है, “सुप्रीम कोर्ट से भाजपा को लगा बड़ा झटका, नूपुर शर्मा को कोर्ट ने गिरफ्तार करने का आदेश किया. मुसलमानों की बड़ी जीत.” इसके बाद बुलेटिन में नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने सहित कई खबरें बताई जाती हैं, जो सही हैं. 

खबर लिखे जाने तक न्यूज बुलेटिन के इस वीडियो को करीब 259 हजार लोग देख चुके थे.

इंडिया टुडे की फैक्ट चेक टीम ने पाया कि सुप्रीम कोर्ट ने अभी तक नूपुर शर्मा को गिरफ्तार करने का कोई आदेश नहीं सुनाया है. इसके ठीक उलट, सर्वोच्च न्यायालय ने नूपुर की गिरफ्तारी पर लगी रोक को जारी रखा है.

कैसे पता लगाई सच्चाई? 

वायरल हो रहे वीडियो के शुरुआती हिस्से में जहां सुप्रीम कोर्ट के नुपुर शर्मा की गिरफ्तारी का फैसला सुनाने की बात है, वहीं आगे यह कहा गया है कि इस मामले में कोर्ट का आदेश आना बाकी है. लेकिन बहुत सारे लोग सिर्फ इस खबर के शुरुआती वॉइसओवर और थंबनेल से भ्रमित हो रहे हैं और इस बात को सच मान रहे हैं सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी का आदेश दे दिया है.

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वायरल हो रहे न्यूज बुलेटिन के वीडियो में किसी चैनल का नाम या लोगो नहीं दिखाई दे रहा है. साफ पता लग रहा है कि इसे दूसरे चैनलों के वीडियोज को एडिट करके बनाया गया है.


क्या कहा है सुप्रीम कोर्ट ने?
‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नूपुर शर्मा के खिलाफ देश के अलग-अलग राज्यों में नौ एफआईआर दर्ज हैं. 

नूपुर लंबे समय से मांग कर रही थीं कि उनके खिलाफ दर्ज सभी शिकायतों को दिल्ली ट्रांसफर कर दिया जाए. 10 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें राहत देते हुए ये मांग स्वीकार कर ली. कोर्ट ने इस बात को माना कि उनकी जान को खतरा है. अब दिल्ली पुलिस इन शिकायतों की जांच करेगी. 

इस मामले में पिछली सुनवाई 19 जुलाई को हुई थी. तब कोर्ट ने नूपुर की गिरफ्तारी पर 10 अगस्त तक के लिए रोक लगा दी थी. 10 अगस्त को हुई सुनवाई में भी कोर्ट ने इस रोक को जारी रखा है.

सुप्रीम कोर्ट के आदेश से जुड़ी कुछ मीडिया रिपोर्ट्स यहां यहां और यहां पढ़ी जा सकती हैं.


कानूनी मसलों से जुड़ी वेबसाइट ‘लाइव लॉ’ ने 10 अगस्त के सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को लेकर ट्विटर पर लाइव अपडेट्स दिए थे. इन्हें नीचे देखा जा सकता है. इनमें कहीं भी ऐसा नहीं बताया गया है कि सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर की गिरफ्तारी का आदेश दिया.

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हमने इस बारे में जानकारी पाने के लिए ‘आजतक’ की प्रिंसिपल लीगल कॉरेस्पॉन्डेंट नलिनी शर्मा से संपर्क किया. उन्होंने हमें बताया कि सुप्रीम कोर्ट के नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी का आदेश देने की बात सिर्फ एक अफवाह है. बल्कि सुप्रीम कोर्ट ने तो उन्हें अगली सुनवाई तक गिरफ्तार न करने का आदेश दिया है.

नूपुर शर्मा मामला जबसे शुरू हुआ, इससे जुड़ी छोटी से छोटी खबर भी सुर्खियों में रही है.

1 जुलाई को इस मामले में हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर को जमकर फटकार लगाई थी और कहा था कि उन्हें पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए.

जाहिर है, ऐसे में अगर सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर को गिरफ्तार करने का आदेश दिया होता तो इसे लेकर यकीनन सभी जगह खबरें छपी होतीं, पर हमें ऐसा कुछ नहीं मिला.

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