सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि ये स्वामी विवेकानंद द्वारा 1893 में शिकागो में दिए गए भाषण का असली वीडियो है. वीडियो में एक व्यक्ति मंच से भाषण देता हुआ दिख रहा है. व्यक्ति की वेशभूषा उसी तरह की है जैसे स्वामी विवेकानंद की वेशभूषा ज्यादातर तस्वीरों में दिखती है. वीडियो की शुरुआत में सुना जा सकता है कि भाषण दे रहा व्यक्ति लोगों को "सिस्टर्स एंड ब्रदर्स ऑफ अमेरिका" बोलकर संबोधित कर रहा है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. ये वीडियो स्वामी विवेकानंद की आत्मकथा पर बनी एक फिल्म का है. वीडियो में भाषण दे रहा व्यक्ति बालाजी मनोहर नाम का एक एक्टर है.
वीडियो से जुड़े कैप्शन में लिखा है, "#दुर्लभ_ओरिजनल_वीडियो शायद कितने ही भाई होंगे जिन्होंने आजतक हिंदू ह्रदय सम्राट श्री स्वामी विवेकानंद जी को देखा भी नहीं होगा जिन्होंने डूबते हुए सनातन धर्म को बचाया उन्ही श्री स्वामी विवेकानंद जी का ये एक दुर्लभ वीडियो लाया हूँ स्वामी विवेकानन्द ने अमेरिका के शिकागो में 13 सितम्बर1893 को दिया व्याख्यान।जरूर सुनें".
Sachin Kumar नाम के एक फेसबुक यूजर ने इस भ्रामक पोस्ट को शेयर किया था, जिसे अभी तक 13000 से भी ज्यादा लोग शेयर कर चुके हैं. सचिन कुमार के अलावा भी इसे कई लोगों ने फेसबुक पर पोस्ट किया है.
वायरल वीडियो को देखने से लग रहा है कि ये किसी फिल्म या नाटक का वीडियो है. इंटरनेट पर खोजने पर हमें यूट्यूब पर एक हिंदी फिल्म मिली, जिसमें वायरल वीडियो मौजूद था. इस फिल्म का शीर्षक है, 'स्वामी विवेकानंद की आत्मकथा'. फिल्म को 'Sri Ramakrishna Math Chennai' नाम के एक यूट्यूब चैनल ने 28 सितंबर 2018 को अपलोड किया था. यूट्यूब वीडियो में दी गई जानकारी के मुताबिक, इस फिल्म का निर्माता श्री रामकृष्ण मठ, चेन्नई है. फिल्म में स्वामी विवेकानंद का किरदार कन्नड़ एक्टर बालाजी मनोहर ने निभाया था.
हमने इस बारे में भी पता किया कि क्या सचमुच स्वामी विवेकानंद के इस प्रसिद्ध भाषण का कोई वीडियो या ऑडियो मौजूद है. इस बारे में हमें The Hindu की एक रिपोर्ट मिली जिसमें ये साफ बताया गया है कि विवेकानंद के शिकागो भाषण की कोई रिकॉर्डिंग मौजूद नहीं है. इस बात की पुष्टि विवेकानंद द्वारा स्थापित रामकृष्ण मठ ने खुद की थी. स्वामी विवेकानंद पर शोध करने वाली लेखक मैरी लुईस बुर्क का भी यही कहना था कि विवेकानंद का शिकागो का भाषण रिकॉर्ड ही नहीं हुआ था.
हालांकि इसी लेख में एक तस्वीर मौजूद है जो स्वामी विवेकानंद के इसी प्रसिद्ध भाषण के समय की है. स्वामी विवेकानंद ने ये भाषण 11 सितंबर, 1893 को अमेरिका के शिकागो में दिया था जिसे खासा सराहा गया था.