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फैक्ट चेक: हरिद्वार नहीं, 4 साल पुराना फिलिस्तीन का है झूले में आग लगने का वीडियो

हरिद्वार के मनसा देवी झूले में आग लगने के दावे के साथ एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में तीन केबल कारें नजर आ रही हैं, जिनमें से एक धू-धू कर जलती हुई दिखाई दे रही है. जानिए आखिर वायरल वीडियो का सच क्या है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
हरिद्वार के मनसा देवी झूले में लगी आग, लोग जिंदा जले
सोशल मीडिया पर मौजूद लोग जैसे धमेंद्र मानेसर
सच्चाई
वायरल वीडियो फिलिस्तीन का है और करीब चार साल पुराना है.

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'हरिद्वार के मनसा देवी झूले में आग लग जाने से लोग जिंदा जले...बहुत दर्दनाक एक्सीडेंट' इस तरह के मैसेज के साथ सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में तीन केबल कारें नजर आ रही हैं जिनमें से एक धू-धू कर जलती हुई दिखाई देती है.

वीडियो देखनें के लिए यहां क्लिक करें...

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इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पड़ताल में पाया कि वायरल हो रहा वीडियो करीब चार साल पुराना है और यह हरिद्वार का नहीं बल्कि फिलिस्तीन का है.

पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

करीब 17 सेकंड का यह वीडियो फेसबुक और ट्विटर पर जमकर शेयर किया जा रहा है.

वायरल वीडियो के दावे का सच जानने के लिए हमने इस वीडियो के कीफ्रेम्स काट कर इसे रिवर्स सर्च किया तो हमें वियतनाम की एक न्यूज वेबसाइट पर यह वीडियो मिला. यह वीडियो 7 मार्च 2015 को अपलोड किया गया था, हालांकि इस वीडियो के बारे में हमें यहां ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई.

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इसके बाद हमने इंटरनेट पर "केबल कार कॉट फायर हॉरिबली" लिख कर सर्च किया तो हमें ब्रिटिश न्यूज वेबसाइट मेट्रो  पर यह वीडियो न्यूज आर्टिकल के साथ मिला. इसके अनुसार यह घटना मार्च 2015 में  फिलिस्तीन में हुई थी. "अबु—शारिक विजिट द केबल कार्स" नामक शो की शूटिंग के दौरान प्रोडक्शन असिस्टेंट ने वहां बिना इजाजत पटाखे फोड़ दिए थे, जिसके कारण केबल कार में आग लग गई.

रिपोर्ट्स के अुनसार केबल कार में आग लगती देख जान बचाने के लिए लोग खंबे पर चढ़ गए, जिसके बाद उन्हें वहां से सुरक्षित उतार लिया गया. इस घटना में दो लोगों को मामूली चोटें आई थीं.

पड़ताल में साफ हुआ कि वायरल वीडियो हरिद्वार का नहीं बल्कि फिलिस्तीन का है और करीब चार साल पुराना है.

क्या आपको लगता है कोई मैसैज झूठा ?
सच जानने के लिए उसे हमारे नंबर 73 7000 7000 पर भेजें.
आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
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