scorecardresearch
 

फैक्ट चेक: ट्रंप की खातिर ताजमहल की धुलाई का ये वीडियो है धोखा

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो में नजर आ रहा मॉन्यूमेंट आगरा का ताजमहल नहीं बल्कि, भोपाल के पीपल्स मॉल नामक एक एम्यूजमेंट पार्क में बना ताजमहल का प्रतिरूप है.

Advertisement

आजतक फैक्ट चेक

दावा
ट्रंप के आने से पहले ताजमहल की धुलाई का वीडियो.
फेसबुक पेज
सच्चाई
वायरल वीडियो में नजर आ रहा ताजमहल असल में भोपाल के एम्यूजमेंट पार्क में बनाया गया प्रतिरूप है.

Advertisement

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दो दिवसीय भारत दौरे के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में एक फायर इंजन के जरिए ताजमहल जैसी दिखने वाली इमारत को धोया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि ट्रंप के भारत दौरे से पहले ताजमहल को नहलाया गया.

24 फरवरी की शाम ट्रंप ने अपनी पत्नी मेलानिया के साथ ताजमहल के दीदार किए.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो में नजर आ रहा मॉन्यूमेंट आगरा का ताजमहल नहीं बल्कि, भोपाल के पीपल्स मॉल नामक एक एम्यूजमेंट पार्क में बना ताजमहल का प्रतिरूप है.

पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

फेसबुक पेज "ब्रह्मा सुकार—बागी सरदार " ने 45 सेकंड का यह वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में​ लिखा: "जब ट्रंप के लिए ताजमहल को नहलाया गया: ताज और बापू एक जैसे हैं, मोदी से गालियां भी खाते हैं और खुद के स्वार्थ के लिए दुलार भी पाते हैं."

Advertisement

यह वीडियो फेसबुक पर काफी वायरल हो रहा है.

वीडियो के साथ किए जा रहे दावे का सच जानने के लिए जब हमने वीडियो को ध्यान से देखा, तो पाया कि आगरा में स्थित ताजमहल और वीडियो में नजर आ रहे ताजमहल की फ्लोरिंग में काफी फर्क है.

taj_mahal_1_022420074035.jpg

हमने जब इंटरनेट पर ताजमहल की प्रतिकृति के बारे में सर्च किया तो हमें भोपाल में स्थित पीपल्स मॉल में बनाए गए ताजमहल के प्रतिरूप का वीडियो मिला. इस वीडियो में नजर आ रही फ्लोरिंग और इसके आगे बने फाउंटेन में लगी डॉलफिन मछलियां आदि वायरल वीडियो से मेल खाती हैं.

taj_mahal_2_022420074050.jpg

इस एम्यूजमेंट पार्क में विश्व के सात अजूबों के प्रतिरूप बनाए गए हैं. हालांकि यह वीडियो कब शूट किया गया, यह कहना थोड़ा मुश्किल है.

ट्रंप के आने से पहले आगरा स्थित ताजमहल की सफाई का काम भी किया गया था. मान्यूमेंट्स से दाग धब्बे हटाने के​ लिए इसे मुल्तानी मिट्टी से साफ किया गया है. वहीं ताजमहल में मौजूद शाहजहां और मुमताज की कब्रों को भी मुल्तानी मिट्टी से साफ किया गया है. ताजमहल में चल रही इस सफाई के बारे में कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों  ने रिपोर्ट की थी.

पड़ताल में साफ हुआ कि ट्रंप के आने से पहले ताजमहल की सफाई की गई थी. हालांकि वायरल वीडियो में नजर आ रहा ताजमहल भोपाल के एक एम्यूजमेंट पार्क में बनाया गया प्रतिरूप है, ना की असली ताजमहल.

क्या आपको लगता है कोई मैसैज झूठा ?
सच जानने के लिए उसे हमारे नंबर 73 7000 7000 पर भेजें.
आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
Advertisement
Advertisement