
सोशल मीडिया पर एक दिल दहला देने वाला वीडियो वायरल है जिसमें एक शख्स किसी महिला के साथ जोर-जबरदस्ती कर उसे निर्वस्त्र करने की कोशिश करता नजर आ रहा है.
इस वीडियो को शेयर करने वालों की मानें तो ये घटना राजस्थान की है, जहां ऊंची जाति के पुरुष ने एक दलित महिला के घर में घुसकर उसके साथ बलात्कार किया.
वायरल वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने “X” पर लिखा, “राजस्थान में ऊंची जाति के इन अपराधियों ने दलित महिला के घर घुस किया बलात्कार. यह वहशी दरिंदे छोटी जाति की निहत्ती महिलाओं को ही क्यों नोच खाने को उतावले हुए रहते हैं?” इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि इतनी बात तो सही है कि ये घटना राजस्थान की है. लेकिन वीडियो में दिख रहे महिला और पुरुष दोनों पति-पत्नी हैं और मीणा समुदाय से हैं.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल वीडियो के नीचे रिप्लाई करते हुए कई यूजर्स ने इसे राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले की घटना बताया है. इस जानकारी की मदद से हमने कीवर्ड सर्च किया तो हमें इस वीडियो से संबंधित कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं. इन सभी रिपोर्ट्स में वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट्स का इस्तेमाल किया गया है. दैनिक भास्कर की 2 सितबंर, 2023 की रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले के धरियावद इलाके की है, जहां वीडियो में दिख रही महिला को निर्वस्त्र कर घुमाने का मामला सामने आया था.
रिपोर्ट में बताया गया है कि इस चौंका देने वाली घटना का मुख्य आरोपी इस महिला का पति ही है, जिसने पीड़िता को निर्वस्त्र कर उसे पूरे गांव में एक किलोमीटर तक दौड़ाया था.
इस घटना के वक्त महिला छह महीने की गर्भवती थी. पीड़िता की एक साल पहले ही शादी हुई थी. ससुराल वालों का आरोप था कि शादी से पहले महिला का किसी के साथ अफेयर था और उसने अपने प्रेमी के साथ भागने की कोशिश की. जब परिवार को इसकी जानकारी हुई तो पति और ससुराल वालों ने उसका पीछा किया और महिला का अपहरण कर अपने गांव ले आए. फिर उसे निर्वस्त्र कर मारपीट की गई.
इस घटना के बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया था. राष्ट्रीय महिला आयोग और राज्य मानवाधिकार आयोग ने भी इस घटना का संज्ञान लिया था. तब तत्कालीन सीएम अशोक गहलोत ने पीड़िता से मुलाकात कर उसे सरकारी नौकरी और 10 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा भी की थी.
वीडियो सामने आते ही पुलिस एक्शन में आई और मुख्य आरोपी समेत 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया . इसी दौरान बचकर भागने की कोशिश में तीन आरोपी घायल भी हो गए थे.
“दी लल्लनटॉप” की रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना में एफआईआर दर्ज कर 10 आरोपियों को नामजद किया गया था. आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 294, 354, 365 और IT एक्ट की धारा 67 के तहत शिकायत दर्ज की गई थी. रिपोर्ट में पीड़िता को आदिवासी समुदाय का बताया गया है. और पति का नाम कणा मीणा लिखा है.
सभी सातों आरोपी मीणा समाज के हैं, जिन्हें राजस्थान में आदिवासी समुदाय का दर्जा हासिल है. जाहिर है कि इस मामले में जाति का कोई एंगल नहीं था.
साफ है, महीनों पुरानी राजस्थान की घटना को जातीय एंगल देकर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.