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हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में एनडीए को 293 और इंडिया गठबंधन को 234 सीटें मिली हैं. हालांकि, इस चुनाव में 50 में से 20 केंद्रीय मंत्रियों को हार का मुंह देखना पड़ा है. अब इसी बीच, सोशल मीडिया पर किसी अखबार की एक तस्वीर खूब वायरल है. इस रिपोर्ट में लोकसभा में लड़ने वाले छह उम्मीदवारों - स्मृति ईरानी, अजय मिश्रा टेनी, कन्हैया कुमार, मेनका गांधी, नवनीत राणा और माधवी लता. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि अजय मिश्रा टेनी, कन्हैया कुमार, नवनीत राणा और माधवी लता को एक बराबर 19731 मतों के अंतर से चुनाव में शिकस्त मिली. वायरल हो रहे अखबार की क्लिपिंग को शेयर कर सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि सभी उम्मीदवारों का बराबर अंतर से हारना एक संयोग नहीं है, बल्कि ईवीएम की धांधली को दिखाता है.
ऐसे ही एक पोस्ट को शेयर करते हुए एक फेसबुक यूजर ने लिखा, “कौन कहता है इस बार evm में गड़बड़ी नही हुई. हमारे लोगों को अखबार ध्यान से पढ़ना चाहिए इसमें चार उम्मीदवार एक समान संख्या के वोटों से जीते हैं और हारे हैं. 19731 का आंकड़ा क्या कहता है. ईवीएम सेंटिंग है. बाकी तम अपने देख लो.”
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल हो रही अखबार की इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी फर्जी है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
सबसे पहले हमने इन चारों उम्मीदवारों और उन सीटों पर जीतने वाले उम्मीदवारों के अंतर का पता लगाने के लिए चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर चुनावी नतीजे देखे.
अजय मिश्रा टेनी
अजय मिश्रा टेनी 17वीं लोकसभा में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री थे. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी सीट पर बीजेपी की टिकट से लड़े टेनी को समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार उत्कर्ष वर्मा ने 34,329 मतों से हरा दिया.
कन्हैया कुमार
उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से इस बार कांग्रेस की तरफ से कन्हैया कुमार उम्मीदवार थे. हालांकि बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने कन्हैया को हराकर इस सीट पर अपनी हैट्रिक लगा दी. दिल्ली में सबसे ज्यादा इसी सीट पर मतदान हुआ था. मनोज तिवारी ने कन्हैया को 1,38,778 वोटों से मात दी.
नवनीत राणा
पिछले लोकसभा चुनाव में नवनीत राणा ने महाराष्ट्र के अमरावती सीट से निर्दलीय चुनाव लड़कर शिवसेना के आनंदराव अड़सुल को हराया था. हालांकि इस बार उन्होंने इसी सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा. नवनीत के खिलाफ थे कांग्रेस के बलवंत वानखेड़े जिन्होंने नवनीत को 19,731 मतों से शिकस्त दी.
माधवी लता
बीजेपी की हैदराबाद सीट से उम्मीदवार कोम्पेला माधवी लता अपने प्रतिद्वंद्वी एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी से हार गईं. ओवैसी ने लता को 6,61,981 मतों से हराकर इस सीट से पांचवीं बार जीत हासिल की. यह सीट चार दशकों से ओवैसी के परिवार के पास रही है. इससे पहले उनके पिता दिवंगत सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी 20 वर्षों तक इस सीट से सांसद थे.
हम पुख्ता तौर पर नहीं कह सकते हैं कि वायरल हो रही अखबार की ये रिपोर्ट असली है या एडिटेड. लेकिन इतना तय है कि चारों उम्मीदवार अलग-अलग अंतरों से हारे हैं. केवल नवनीत राणा, स्मृति ईरानी और मेनका गांधी की हार का अंतर अखबार में सही बताया गया है.
साफ है, ईवीएम को लेकर किया जा रहा वायरल दावा भ्रामक और फर्जी है.