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फैक्ट चेक: बस की छत से गिरने वाले ये लोग मनीष कश्यप के समर्थक नहीं हैं, जानें इस वीडियो की असली कहानी

इंडिया टुडे की फैक्ट चेक टीम ने पाया कि ये वीडियो साल 2019 में चेन्नई में हुई एक घटना का है, न कि हाल-फिलहाल का. उस वक्त कुछ कॉलेज स्टूडेंट्स 'बस डे' के मौके पर बस की छत पर बैठे हुए थे, जब अचानक ब्रेक लगने पर वो गिर गए.  

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
ये वीडियो पत्रकार मनीष कश्यप के समर्थकों का है जो 'बिहार बंद' में हिस्सा लेने जा रहे थे.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
ये वीडियो साल 2019 का है जब चेन्नई में एक चलती हुई बस की छत पर बैठे कुछ कॉलेज छात्र अचानक नीचे गिर गए थे.

यूट्यूबर मनीष कश्यप के समर्थकों ने 23 मार्च को 'बिहार बंद' का आयोजन किया. इसके तहत बिहार के कई जिलों में सड़क जाम, आगजनी और नारेबाजी देखने को मिली. 

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मनीष पर आरोप है कि उन्होंने तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के साथ हिंसा होने की बात करते हुए कई झूठे वीडियो बनाए. हाल ही में उन्हें बिहार पुलिस ने गिरफ्तार किया था.

सोशल मीडिया पर जहां मनीष के समर्थक '#23_मार्च_बिहार_बंद' हैशटैग चला रहे हैं, वहीं उनके विरोधी इसका जवाब '#बिहार_बंद_नहीं_होगा' हैशटैग से दे रहे हैं. 

इन घटनाक्रमों के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया है. इसमें कुछ लोग एक चलती हुई बस की छत पर बैठे दिख रहे हैं. बस के सामने एक बाइक पर दो लोग चल रहे हैं. अचानक बाइक रुक जाती है जिस वजह से बस के ड्राइवर को भी झटके से ब्रेक लगाना पड़ता है. बस में ब्रेक लगते ही उसकी छत पर बैठे कई लोग नीचे गिर जाते हैं. 

इस वीडियो को कई लोग मनीष कश्यप के समर्थन में 23 मार्च को हुए 'बिहार बंद' से जोड़ रहे हैं. कहा जा रहा है कि बस में बैठे हुए ये लोग 'बिहार बंद' में हिस्सा लेने जा रहे थे. ऐसा कहते हुए मनीष के समर्थकों का मजाक उड़ाया जा रहा है. 

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एक फेसबुक यूजर ने ये वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, "मनिश कशयप देशद्रोही के समर्थन में बिहार बंद करने जा रहे थे चींटू गैंग".  

ऐसे ही एक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है. 

इंडिया टुडे की फैक्ट चेक टीम ने पाया कि ये वीडियो साल 2019 में चेन्नई में हुई एक घटना का है, न कि हाल-फिलहाल का. उस वक्त कुछ कॉलेज स्टूडेंट्स 'बस डे' के मौके पर बस की छत पर बैठे हुए थे, जब अचानक ब्रेक लगने पर वो गिर गए.  

कैसे पता लगाई सच्चाई? 

वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर ये हमें इंडोनेशियन भाषा की एक रिपोर्ट में मिला. इसमें बताया गया है कि ये वीडियो चेन्नई में जून, 2019 में हुई एक घटना का है जिसमें कुछ छात्र चलती हुई बस की छत से नीचे गिर गए थे. 

इन जानकारियों की मदद से थोड़ी खोजबीन करने पर हमें ये वीडियो न्यूज एजेंसी एएनआई के 18 जून, 2019 के ट्वीट में मिला. ट्वीट में बताया गया है कि ये घटना चेन्नई में बस डे मनाते वक्त हुई थी. इसके बाद पुलिस ने 24 छात्रों को हिरासत में लिया था. 

चेन्नई में बस डे मनाने की परंपरा, ड्राइवर और कंडक्टर का आभार व्यक्त करने के लिए शुरू हुई थी. लेकिन बाद में इस मौके पर वहां अक्सर गुंडागर्दी और हिंसा की घटनाएं होने लगीं.  

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साल 2011 में मद्रास हाईकोर्ट ने बस डे मनाने पर रोक लगा दी थी. लेकिन इसके बावजूद कई जगह छात्र इसे मनाते हैं. 

'द न्यूज मिनट' की एक रिपोर्ट में वायरल वीडियो वाली घटना के बारे में विस्तार से बताया गया है. इसमें लिखा है कि जब ये घटना हुई, तो इस बस की छत पर करीब 20 छात्र सवार थे. अचानक ब्रेक लगने पर उनमें से कई संतुलन खो बैठे और नीचे आ गिरे. ये बस अवाडी से अन्ना स्क्वायर जा रही थी. 

इस घटना को लेकर उस वक्त मीडिया में काफी चर्चा हुई थी. 

साफ है, चेन्नई में बस की छत पर बैठे छात्रों का एक वीडियो मनीष कश्यप के समर्थन में हुए 'बिहार बंद' का बताया जा रहा है. 

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