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फैक्ट चेक: ये पुलवामा में शहीद जवान की तस्वीर नहीं है

सोशल मीडिया पर एक दिल दहला देने वाली तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है. तस्वीर में एक जली हुई लाश नजर आ रही है जिसके आस पास सेना के कुछ जवान घेरा बनाए खड़े हैं. दावा किया जा रहा है कि तस्वीर में नजर आ रही लाश पुलवामा आ​तंकी हमले में शहीद हुए एक जवान की है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
जवान पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुआ
फेसबुक के कई यूजर्स
सच्चाई
तस्वीर में नजर आ रहा जवान पुलवामा में नहीं 2017 में तवांग में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश में शहीद हुआ था.

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देश को सन्न कर देने वाले पुलवामा आतंकी हमले के बाद अभी जवानों के शव उनके परिवारों तक पहुंचे भी नहीं कि सोशल मीडिया पर फेक न्यूज का दौर एक बार फिर शुरू हो गया है. सोशल मीडिया पर एक दिल दहला देने वाली तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है. तस्वीर में एक जली हुई लाश नजर आ रही है जिसके आस पास सेना के कुछ जवान घेरा बनाए खड़े हैं. दावा किया जा रहा है कि तस्वीर में नजर आ रही लाश पुलवामा आ​तंकी हमले में शहीद हुए एक जवान की है.

​इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल हो रही तस्वीर जम्मू—कशमीर के पुलवामा से नहीं बल्कि अरुणाचल प्रदेश के तवांग की है यानी ये दावा पूरी तरह गलत है.

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फेसबुक पर कई पेजों और अकाउंट्स से यह तस्वीर पोस्ट की जा रही है. फेसबुक यूजर "राहुल " ने यह फोटो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, "आज फिर किसी मां का दिल रोया है. किसी महबूबा ने सिंगार खोया है...पुलवामा."

खबर लिखे जाने तक इस तस्वीर को अलग अलग पेजों से करीब 3000 से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका था. लोग इस तस्वीर को पुलवामा में हुए आतंकी हमले का मानते हुए इस पर कमेंट्स कर रहे हैं.

वायरल तस्वीर का सच जानने के लिए जब हमने इसे रिवर्स सर्च किया तो हमें ये तस्वीर कुछ सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी मिली. तस्वीर में बॉडी के पास बड़े कार्ड बोर्ड देखे जा सकते हैं. इसके साथ ही एक तस्वीर और भी सामने आई जिसमें पैक किए बड़े कार्डबोर्ड्स दिखाई दे रहे थे. इस दूसरी तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर हमें पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अ​मरिंदर सिंह का एक ट्वीट मिला. दोनों तस्वीरें 6 अक्टूबर 2017 को अरुणाचल प्रदेश के तवांग में हुए इंडियन एयरफोर्स के एमआई 17  हेलीकॉप्टर क्रैश की हैं. इस हादसे में हेलीकॉप्टर में सवार सभी सातों जवान शहीद हो गए थे.

कार्डबोर्ड्स में जवानों के शव भेजे जाने के कारण काफी विवाद भी हुआ था. इस घटना को मीडिया में प्रमुखता से प्रकाशित किया था. पड़ताल में ये स्पष्ट हुआ कि वायरल हो रही तस्वीर पुलवामा से नहीं बल्कि तवांग में हुए इंडियन एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर क्रैश की है.

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