सुनहरे रंग की बिकिनी पहन कर बिंदास अंदाज में रैंपवॉक करती एक पाकिस्तानी मॉडल का वीडियो पिछले कुछ दिनों से लगातार चर्चा में हैं. कई लोग इस बात को लेकर अचरज जता रहे हैं कि इस्लामिक कायदे कानून वाले देश की एक मुस्लिम लड़की ऐसी हिमाकत भला कैसे कर सकती है.
पाकिस्तानी मॉडल की ये तस्वीर भारत में भी सोशल मीडिया पर चर्चा में है. लोग दो तस्वीरों का एक कोलाज शेयर करते हुए इसकी तुलना भारत के मुसलमानोें से कर रहे हैं. कोलाज में एक तरफ उसी बिकिनी वाली पाकिस्तानी मॉडल की तस्वीर है और दूसरी तरफ एक औरत दिखती है जो सिर से लेकर पांव तक काले बुर्के से ढ़की हुई है. लोग कह रहे हैं कि जहां एक ओर पाकिस्तानी मुस्लिम महिलाएं बिकिनी पहन कर घूम रही हैं, वहीं भारत में मुस्लिम महिलाएं इस तरह पर्दा करने को मजबूर हैं.
एक फेसबुक यूजर ने इसे शेयर करते हुए लिखा, "कभी सोचा नहीं था की ऐसा दिन भी आयेगा".
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल फोटो में दिख रही मॉडल पाकिस्तानी तो है लेकिन मुस्लिम नहीं. ये बात भी गौर करने की है कि जिस सौंदर्य प्रतियोगिता में इस मॉडल ने ये रैंप वॉक किया था वो भी पाकिस्तान में नहीं बल्कि थाईलैंड में हुई थी.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल वीडियो थाईलैंड में हुई 'मिस ग्रांड इंटरनेशनल 2024' नाम की सौंदर्य प्रतियोगिता से संबंधित है. 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' की 24 अक्टूबर, 2024 की रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो में बिकिनी में दिख रही मॉडल, 29 वर्षीया रोमा माइकल हैं, जो कि ईसाई हैं. वो लाहौर में रहती हैं और उन्होंने 'यूनिवर्सिर्टी ऑफ साउथ एशिया' से बी.टेक किया है. उन्होंने एक मॉडल के तौर पर 2013 में अपना करियर शुरू किया था. रोमा एक एक्टर भी हैं.
खबरों के मुताबिक, बिकिनी वाला वीडियो वायरल होने के बाद रोमा को इतनी धमकियां मिलीं कि उन्हें अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स से ये वीडियो डिलीट करना पड़ा.
हमने रोमा के वायरल वीडियो से संबंधित कई खबरें पढ़ीं. सभी में उनका धर्म ईसाई ही बताया गया है.
'बीबीसी उर्दू' की 25 अक्टूबर की रिपोर्ट के मुताबिक
पाकिस्तानी मॉडल्स के लिए सौंदर्य प्रतियोगिताओं के इस तरह के राउंड्स ( जैसे स्विमिंग कॉस्ट्यूम राउंड) में हिस्सा लेना आसान नहीं होता. बीते साल जब कराची की मॉडल एरिका रॉबिन ने मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था, तो उनकी भी जमकर आलोचना हुई थी. पाकिस्तान के कुछ नेताओं ने भी उन्हें बुरा-भला कहा था.
हमने इस बारे में पाकिस्तानी फैक्ट चेकिंग संस्थान 'सोच फैक्ट चेक' की पत्रकार समीन अजीज से बात की. उन्होंने भी हमें यही बताया कि पाकिस्तान में बिकिनी जैसे परिधान पहनने को एक बड़ा वर्ग सांस्कृति तौर पर बुरा समझता है. उन्होंने ये भी कहा, "यहां इस तरह खुलेआम बिकिनी पहन कर रैंपवॉक करना आम बात नहीं है. यहां समंदर किनारे भी महिलाएं आमतौर पर बिकिनी में नहीं दिखतीं.