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फैक्ट चेक: हिट एंड रन कानून से दुखी होकर इस शख्स ने नहीं की आत्महत्या, ये घटना चार साल पुरानी है

इंटरनेट पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक व्यक्ति को ट्रक के नीचे छलांग लगाते हुए देखा जा सकता है. अब इस वीडियो को ‘हिट एंड रन’ कानून के साथ जोड़कर शेयर किया जा रहा है. आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि इस घटना का हिट एंड रन कानून से कोई लेना-देना नहीं है. ये मामला ओडिशा के नुआपाड़ा का है और चार साल पुराना है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
‘हिट एंड रन’ कानून के चलते एक ड्राइवर ने आत्महत्या कर ली.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
इस घटना का ‘हिट एंड रन कानून’ से कोई लेना-देना नहीं है. ये घटना चार साल से ज्यादा पुरानी है.

केंद्र सरकार द्वारा भारतीय न्याय संहिता के तहत लागू किए गए नए ‘हिट एंड रन’ कानून के खिलाफ देशभर के ट्रक चालकों ने भारी विरोध-प्रदर्शन किया. हालांकि सरकार के आश्वासन के बाद 2 जनवरी की शाम को ट्रक ड्राइवरों ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी.

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इसी बीच, इंटरनेट पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक व्यक्ति को ट्रक के नीचे छलांग लगाते हुए देखा जा सकता है. अब इस वीडियो को ‘हिट एंड रन’ कानून के साथ जोड़कर शेयर किया जा रहा है. इसे शेयर करने वालों की मानें तो, “काले कानून के चलते ड्राइवर अपने आप को मौत के गले लगा रहे हैं.” इस दर्दनाक घटना को 2 जनवरी का बताया जा रहा है. वायरल दावे के आर्काइव्ड वर्जन को यहा देखा जा सकता है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि इस घटना का हिट एंड रन कानून से कोई लेना-देना नहीं है. ये मामला ओडिशा के नुआपाड़ा का है और चार साल पुराना है. 

कैसे पता लगाई सच्चाई?

वीडियो को कीफ्रेम्स की मदद से रिवर्स सर्च करने पर हमें ये 2019 में छपी कई मीडिया रिपोर्ट्स में मिला. खबरों के मुताबिक, ये घटना जुलाई, 2019 की है. वीडियो में दिख रहा युवक पहले सड़क पर खड़ा होता है और फिर सामने से आते हुए ट्रक के टायर के बीच लेट जाता है और आत्महत्या कर लेता है. इस घटना का पूरा वीडियो सीसीटीवी में कैद हो गया था. इस बात से ये तो साबित हो गया कि ये मामला हाल-फिलहाल का नहीं है.

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इससे जानकारी लेते हुए हमने इस घटना के बारे में और खोजा तो पाया कि मृतक का नाम राजू सबर था, जिसकी उम्र 40 साल थी. वह ओडिशा के नुआपाड़ा जिले के महुआभाटा गांव का रहने वाला था. यह घटना 27 जुलाई, 2019 की है, जिसका पूरा मंजर नुआपाड़ा पुलिस स्टेशन के सामने लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया था. कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मृतक मानसिक रूप से बीमार था. हालांकि, ये स्पष्ट नहीं हो पाया कि पीड़ित ने ऐसा कदम क्यों उठाया. 

साफ है, चार साल से ज्यादा पुरानी एक आत्महत्या की घटना को ‘हिट एंड रन’ कानून से दुखी एक ड्राइवर का बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.

(रिपोर्ट - आशीष कुमार)

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