क्या मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बतौर सीएम शपथ लेने से पहले ही सख्त तेवर दिखाने शुरू कर दिए? दरअसल, उनके सीएम चुने जाने के ऐलान के बाद से ही सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है. इसमें एक शख्स कुछ पत्रकारों से बातचीत करते दिख रहे हैं, जिन्हें मोहन यादव बताया जा रहा है.
वीडियो में व्यक्ति उज्जैन की किसी घटना के संदर्भ में कह रहा है कि मुस्लिमों को नमाज या अन्य कोई धार्मिक क्रिया करने की कोई मनाही नहीं है. लेकिन अगर हिंदुस्तान की धरती पर कोई “पाकिस्तान जिंदाबाद” के नारे लगाएगा तो उसे कुचल दिया जाएगा. कानून का डंडा उस पर चलेगा. पूरा वीडियो यहां देखा जा सकता है.
फेसबुक और एक्स (पहले ट्विटर नाम था) पर इसे मोहन यादव का वीडियो बताकर तमाम लोग पोस्ट कर चुके हैं. वीडियो के साथ कैप्शन में लोग लिख रहे हैं, “यह है मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव साहब खुला संदेश कायदे में रहोगे तो फ़ायदे में रहोगे.” वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये मोहन यादव का नहीं बल्कि एमपी के बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा का वीडियो है. उन्होंने ये बयान अगस्त 2021 में दिया था.
कैसे पता की सच्चाई?
वायरल वीडियो वाले पोस्ट पर कुछ लोगों ने कमेंट किया है कि ये बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा हैं. लोगों ने उनका एक्स (ट्विटर) हैंडल @rameshwar4111 भी टैग किया है. इस हैंडल पर जो प्रोफाइल पिक्चर लगी है वो वायरल वीडियो में दिख रहे व्यक्ति की ही है. रामेश्वर शर्मा, भोपाल की हुजूर विधानसभा से विधायक हैं.
कुछ कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर हमें रामेश्वर शर्मा के इस बयान से संबंधित खबरें भी मिल गईं. “ईटीवी भारत” में 23 अगस्त, 2021 को छपी एक खबर में रामेश्वर शर्मा के इसी बयान का दूसरे एंगल से शूट किया गया वीडियो मौजूद है.
खबर के मुताबिक, 19 अगस्त, 2021 को एमपी के उज्जैन में मुहर्रम के मौके पर कुछ लोगों ने कथित तौर पर देश विरोधी नारे लगा दिए थे. इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था. मामले में पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था.
इसी मामले को लेकर जब रामेश्वर शर्मा से सवाल किया गया तो उन्होंने ये बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि “पाकिस्तान जिंदाबाद” के नारे लगाने वालों ने अगर मां का दूध पिया है तो वो एक बार पाकिस्तान-अफगानिस्तान में रह कर दिखाएं.
रामेश्वर की इस टिप्पणी पर उस समय “NYOOOZ UP- Uttarakhand” नाम के एक यूट्यूब चैनल ने भी वीडियो रिपोर्ट चलाई थी.
रामेश्वर का ये वीडियो पहले भी गलत जानकारी के साथ वायरल हो चुका है. कुछ महीनों पहले इस वीडियो को इंदौर कलेक्टर का बताकर शेयर किया गया था. उस समय “फैक्टली” सहित कई फैक्ट-चेक संस्थाओं ने इसका खंडन किया था.
हालांकि, ऐसा कहा जा सकता है कि रामेश्वर शर्मा और एमपी के सीएम चुने गए मोहन यादव की शक्ल थोड़ी मिलती है. रामेश्वर शर्मा द्वारा ट्वीट की गई इस फोटो को देखकर भी ये समझा जा सकता है.
लेकिन हमारी पड़ताल में ये बात स्पष्ट हो जाती है कि रामेश्वर शर्मा का एक वीडियो शेयर करके उन्हें मोहन यादव बताया जा रहा है.