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किसान आंदोलन के दौरान एक बुजुर्ग सिख किसान पर लाठी ताने सुरक्षा बल के जवान की इस तस्वीर ने खूब सुर्खियां बटोरीं. ये तस्वीर तब और भी चर्चित हो गई जब राहुल गांधी ने इसे शेयर करते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा. लेकिन अब ये तस्वीर सोशल मीडिया पर छेड़छाड़ के साथ वायरल होने लगी है. फोटोशॉप की मदद से इस तस्वीर में बुजुर्ग किसान के पीछे बीजेपी का एक विज्ञापन जोड़ दिया गया है. विज्ञापन में प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर है और लिखा हैं "बहुत हुआ किसान पर अत्याचार अबकी बार मोदी सरकार".
फेसबुक पर इस फर्जी तस्वीर को काफी शेयर मिल रहे हैं. कुछ लोग तस्वीर के साथ कैप्शन में लिख रहे हैं "पीछे तो देखो बहुत हुआ किसान पर अत्याचार अबकी बार मोदी सरकार वाह रे दोगली सरकार #farmersprotestchallenge". अगर असली तस्वीर को देखें तो इसमें बीजेपी का ये विज्ञापन मौजूद नहीं है. पोस्ट के कमेंट सेक्शन में भी कई लोगों ने ये लिखा है कि ये तस्वीर एडिटेड है.
इस तस्वीर को न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के फोटो जर्नलिस्ट रवि चौधरी ने दिल्ली-हरियाणा के सिंधु बॉर्डर पर खींचा था. कुछ दिनों पहले भी हमने इस तस्वीर को लेकर एक खबर की थी.
इस तस्वीर से जुड़े एक वीडियो को बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने शेयर करते हुए दावा किया था कि बुजुर्ग किसान को पुलिस की लाठी छू तक नहीं पाई. इंडिया टुडे ने पड़ताल में पाया था कि मालवीय का वीडियो अधूरा था और पूरे वीडियो को देखने पर सच्चाई कुछ और निकली थी.
इस घटना के पूरे वीडियो में भी बीजेपी का ये विज्ञापन नज़र नहीं आ रहा. इससे साबित हो जाता है कि वायरल तस्वीर के साथ छेड़छाड़ हुई है.