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फैक्ट चेक: दिल दहलाने वाले इस वायरल वीडियो का केरल से नहीं है कोई लेना–देना

सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो को लेकर तमाम दावे किए जा रहे हैं. दावा है कि ये शख्स केरल का एक आरएसएस कार्यकर्ता है, जिसे मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने मस्जिद के अंदर ले जाकर उसकी गला काट के हत्या कर दी. इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो दो अलग-अलग जगहों की घटनाओं के वीडियो को जोड़कर बनाया गया है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
ये शख्स केरल का एक आरएसएस कार्यकर्ता है, जिसे मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने मस्जिद के अंदर ले जाकर उसकी हत्या कर दी.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
ये वीडियो यूपी और वेनेजुएला की दो अलग-अलग घटनाओं के वीडियो जोड़कर बनाया गया है.

सोशल मीडिया पर इन दिनों एक दिल दहला देने वाला वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में मुस्लिम टोपी पहने कुछ लोग एक युवक को घसीटकर किसी इमारत के अंदर ले जाते हैं. इसके बाद दिखाई देता है कि एक शख्स के हाथ-पैर बांधकर उसका तलवार से गला काट दिया जाता है. दावा है कि ये शख्स केरल का एक आरएसएस कार्यकर्ता है, जिसे मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने मस्जिद के अंदर ले जाकर उसकी गला काट के हत्या कर दी.  ये वीडियो काफी हिंसक है और बेहतर है कि आप इसे ना देखें.  

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एक ट्विटर यूजर ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, "RSS कार्यकर्ता को मस्जिद ले जाकर उसका सिर काटने वाले केरल के मुसलमान अगर बहुसंख्यक हो गए तो पूरा देश ऐसा होगा, कोई अदालत नहीं, संविधान नहीं, कोई पुलिस आपकी रक्षा नहीं करेगी, आपकी संपत्ति रक्षा नहीं करेगी. देश में एक हिंदू वोट बैंक चाहिए, नहीं तो मारे जाएंगे अफगानिस्तान हिंदुओं की तरह."

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ऐसे ही एक वायरल ट्वीट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है. 

इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो दो अलग-अलग जगहों की घटनाओं के वीडियो को जोड़कर बनाया गया है. जहां पहला वीडियो मई 2021 में उत्तर प्रदेश में हुई एक घटना का है. वहीं दूसरी सिर काटने वाली घटना वेनेजुएला में 2018 में हुई थी. 

कैसे पता लगाई सच्चाई?

वीडियो के शुरुआती हिस्से में सुदर्शन न्यूज का लोगो दिखाई देता है, लेकिन बाद के हिस्से में नहीं. ऐसा लगता है कि जैसे दो अलग-अलग वीडियो को जोड़कर इसे बनाया गया है.

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पहला हिस्सा

वायरल वीडियो के पहले हिस्से के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर ये हमें सुदर्शन न्यूज मुजफ्फरनगर के ट्विटर अकाउंट पर मिला जिसे वहां 4 मई, 2021 को शेयर किया गया था.

यहां बताया गया है कि ये वीडियो उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में बिजली लाइनमैन पर हुए हमले की घटना से संबंधित है.


इस जानकारी की मदद से कीवर्ड सर्च करने पर हमें 5 मई, 2021 को अमर उजाला में छपी एक रिपोर्ट मिली. इसके मुताबिक ये घटना मुजफ्फरनगर के भोपा थाना क्षेत्र में स्थित सीकरी गांव की है. लाइनमैन अनुज अपने अन्य बिजलीकर्मी साथियों के साथ वहां बिजली लाइन में आई खराबी को ठीक करने गया था. उसी वक्त गांव का निवासी सलमान अपने भाई अय्याज के साथ वहां पहुंचा और अपने घर के केबल को बदलने के लिए कहा. अनुज ने बिना जेई की इजाजत के केबल बदलने से इंकार कर दिया. इस बात से नाराज होकर दोनों भाइयों ने अपने अन्य साथियों को बुला लिया. बात बिगड़ते देख अनुज के साथी कर्मचारी किसी तरह बच के भाग निकले. आरोपियों ने कथित रूप से अनुज के साथ गाली–गलौज की और उसे एक मकान के अंदर ले गए, जहां बंधक बनाकर उसके साथ मारपीट कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया. 

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हमें सुदर्शन न्यूज के ट्वीट के नीचे मुजफ्फरनगर पुलिस का रिप्लाई भी मिला जिसमें उन्होंने बताया है कि इस घटना के संबंध में भोपा थाना पुलिस ने पांच नामजद और 10-15 अभियुक्तों के खिलाफ अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज किया है और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं. 

लाइव हिंदुस्तान की 28 मई, 2021 की रिपोर्ट में बताया गया है कि घटना के आरोपी सलमान, अय्याज, रफी, खालिद समेत पांच अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.

दूसरा हिस्सा

वीडियो के दूसरे हिस्से के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें news.com.au वेबसाइट पर मौजूद 6 फरवरी 2018 की एक रिपोर्ट मिली. इसमें दी गई जानकारी के मुताबिक, ये घटना वेनेजुएला की है. इसमें आगे बताया गया है कि ड्रग तस्करों ने एक किशोर लड़के को पकड़ उसकी गला काटकर हत्या कर दी थी. ये युवक शायद दुश्मन गैंग का गुर्गा हो सकता है. इस घटना का वीडियो एक ऑस्ट्रेलियन पत्रकार को भेजा गया था. 

Kaieteur News नामक  वेबसाइट की रिपोर्ट में बताया गया है वायरल वीडियो में दिख रहा युवक गुएना का निवासी है जिसकी मजदूरी का हरजाना मांगने पर हत्या कर दी गई, ताकि बाकी लोग भी पैसे मांगने की हिम्मत न कर पाएं. 

हम स्वतंत्र रूप से इस घटना की जगह और उसके कारणों की पुष्टि नहीं कर पाए. लेकिन ये बात निश्चित है कि ये घटना भारत की नहीं है. जाहिर है दो अलग-अलग घटनाओं के वीडियो जोड़कर बना वीडियो सांप्रदायिक दावे के साथ पेश किया जा रहा है और इसे केरल में हुई घटना बताया जा रहा है. 

क्या आपको लगता है कोई मैसैज झूठा ?
सच जानने के लिए उसे हमारे नंबर 73 7000 7000 पर भेजें.
आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
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