
पिछले साल जून में अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन गईं अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी करीब नौ महीने बाद वापस धरती पर आ गए हैं. उन्हें स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल के जरिये फ्लोरिडा के तट पर सुरक्षित लैंड कराया गया.
इस बीच सुनीता विलियम्स का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें वो अंतरिक्ष यान में खुशी से झूमती हुई नजर आ रही हैं. उनके साथ एक अन्य अंतरिक्ष यात्री को भी देखा जा सकता है.
इस वीडियो को शेयर करते हुए लोग इसे हाल का बताकर दावा कर रहे हैं कि विलियम्स को वापस धरती पर लाने गए लोगों को देखकर वो खुशी से झूम उठीं. वीडियो को एक्स पर शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा है, “यह देखिए जब सुनीता विलियम को लाने के लिए कैप्सूल उनके स्पेस स्टेशन पर पहुंचा तब वह पूरे 9 महीने के बाद इंसानों को देखकर कितना खुश हो गई थी और खुशी से किस तरह से झुमने लगी।” इसका आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो जून 2024 का है जब विलियम्स अपने साथियों के साथ अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पहुंची थीं.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये फर्स्टपोस्ट के यूट्यूब चैनल पर मिला. यहां इसे 7 जून 2024 को अपलोड किया गया था. यानि साफ है कि ये वीडियो हाल फिलहाल का नहीं बल्कि करीब नौ महीने पुराना है. यहां दी गई जानकारी के मुताबिक, ये वीडियो विलियम्स के अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पहुंचने के बाद का है. विमान से बाहर आते ही वो खुशी से नाचने लगी थीं और स्पेस स्टेशन के क्रू मेंबर्स से गले भी मिली थीं.
एबीपी न्यूज की 7 जून 2024 की खबर में भी वायरल वीडियो को देखा जा सकता है. रिपोर्ट के मुताबिक, बोईंग स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट के जरिये विलियम्स और उनके क्रू के साथी बुच विल्मोर 6 जून 2024 को सुरक्षित रूप से स्पेस स्टेशन पहुंचे थे. स्पेस स्टेशन पहुंचने के बाद उन्होंने डांस करके इसे सेलिब्रेट किया था. बोईंग स्पेस ने भी एक्स पर ये वीडियो शेयर किया था.
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन एक तरह का बड़ा अंतरिक्ष यान है. ये पृथ्वी से करीब 403 किलोमीटर की ऊंचाई पर इसके चक्कर लगाता रहता है. इस दौरान इसमें अंतरिक्ष यात्री भी मौजूद रहते हैं. ये एक विज्ञान प्रयोगशाला भी है, जहां रहते हुए अंतरिक्ष यात्री शोध और एक्सपेरिमेंट करते हैं.
गौरतलब है कि विलियम्स की ये तीसरी अंतरिक्ष यात्रा थी. वो और उनके क्रू के साथी बुच विल्मोर, बोईंग स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट के जरिये आठ दिन के जॉइंट ‘क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन’ पर गए थे लेकिन कुछ तकनीकी खराबी के कारण वे अंतरिक्ष में ही फंस गए और करीब नौ महीने बाद वापस धरती पर लौट सके.
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, इस मिशन का उद्देश्य बोईंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट को स्पेस स्टेशन तक ले जाकर इसे वापस लाने की क्षमता को टेस्ट करना था. इन आठ दिनों के दौरान उन्हें रिसर्च और कई एक्सपेरिमेंट भी करने थे.
इसके अलावा, नासा ने विलियम्स की धरती पर वापसी का वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर लाइव स्ट्रीम किया था. फ्लोरिडा के समुद्री तट पर ड्रैगन कैप्सूल की सफल लैंडिंग को यहां देखा जा सकता है. वीडियो में 2 घंटे 8 मिनट पर सुनीता विलियम्स की प्रतिक्रिया भी देखी जा सकती है.
यानि साफ है कि जून 2024 में सुनीता विलियम्स के अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर पहुंचने के बाद उनके सेलिब्रेशन के वीडियो को उनकी वापसी का बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.