चीन और विश्व के अन्य हिस्सों में बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों के बीच सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है. इस पोस्ट में कोरोना वायरस से बचने के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं जिसमें हमेशा अपने गले को तर रखना, मसालेदार व तला हुआ खाना न खाना आदि शामिल है. दावा किया जा रहा है कि यह एडवाइजरी स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी की गई है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पड़ताल में पाया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए कुछ सुझाव दिए हैं, लेकिन उनमें गला तर रखने और मसालेदार व तला खाना खाने को लेकर कुछ भी नहीं कहा गया है. मंत्रालय ने चीन आने-जाने वाले यात्रियों के लिए भी एडवाइजरी जारी की है.
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
क्या है दावा
व्हॉट्सएप और फेसबुक पर वायरल इस मैसेज के जरिए कहा जा रहा है कि स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए अपने गले को हमेशा तर रखें, कभी भी गले को सूखने न दें क्योंकि ऐसा होने से यह वायरस 10 मिनट के अंदर ही आपको चपेट में ले सकता है.
AFWA की पड़ताल
वायरल मैसेज के जरिए किए जा रहे दावे का सच जानने के लिए हमने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट चेक की. हमें यहां मंत्रालय की ओर से जारी की गई ट्रेवल एडवाइजरी मिली. यह एडवाइजरी 17 जनवारी 2020 को जारी की गई थी जिसे बाद में 25 जनवरी को अपडेट किया गया था. इस एडवाइजरी में उन भारतीयों के लिए हेल्पलाइन नंबर (011-23978046) भी दिया गया है जिन्हें चीन से भारत यात्रा करते समय या वहां से लौटने के बाद खांसी बुखार आदि महसूस हो रहा हो.
यह लिखा है मंत्रालय की असली एडवाइजरी में
मंत्रालय की ओर से जारी की गई इस एडवाइजरी में कोरोना वायरस से बचाव के कुछ तरीके भी दिए गए हैं. इसमें पर्सनल हाइजीन, बार-बार हाथ धोना, मास्क पहनना, जानवरों से दूरी और कच्चा या अधपका मांस खाने से बचने आदि जैसे सुझाव दिए गए हैं. हालांकि, इस एडवाइजरी में कहीं भी गला तर रखने संबंधी या फिर मसालेदार या तला हुए खाने संबंधी कोई सुझाव नहीं दिया गया है.
मंत्रालय ने हाल ही विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से जारी किए गए निवारक उपायों को भी ट्वीट किया था.
Some preventive measures against Novel #coronavirus :#ncov2020#HealthForAll@PMOIndia @drharshvardhan @AshwiniKChoubey @PIB_India @DDNewslive @airnewsalerts pic.twitter.com/4TvVOB3P12
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) January 28, 2020
पड़ताल में यह साफ हुआ कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए निवारक उपाय बताए हैं लेकिन उनमें वायरल मैसेज वाले उपाय शामिल नहीं हैं.