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फैक्ट चेक: उत्तर प्रदेश में खींची गई बीजेपी रैली की तस्वीर को बताया जा रहा बंगाल चुनाव की

सोशल मीडिया पर एक फोटो काफी वायरल हो रही है, जिसमें अमित शाह और योगी आदित्यनाथ मौजूद हैं. उनकी रैली में बहुत सारी खाली कुर्सियां दिख रही है. वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि अपनी रैलियों में भीड़ जमा करने के लिए भाजपा खाने के पैकेट बांटती है, फिर भी कुर्सियां खाली ही रह जाती हैं.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
बंगाल चुनाव के दौरान आयोजित की गयी एक रैली में भीड़ जमा करने के लिए भाजपा द्वारा खाने के पैकेट दिए जा रहे हैं पर फिर भी कुर्सियां खाली हैं.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
ये बीजेपी की बंगाल रैली की नहीं बल्कि भाजपा की ही "युवा-उद्घोष" रैली की है जो वाराणसी, उत्तर प्रदेश में तीन साल पहले हुई थी.

बंगाल चुनाव के प्रचार के बीच सोशल मीडिया पर एक फोटो काफी वायरल हो रही है. जिसमें अमित शाह और योगी आदित्यनाथ मौजूद हैं और उनकी रैली में बहुत सारी खाली कुर्सियां दिख रही है. वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल चुनाव के दौरान अमित शाह और योगी आदित्यनाथ की रैली में भीड़ नहीं जुटी और अपने रैलियों में भीड़ जमा करने के लिए बीजेपी खाने के पैकेट बांटती है, फिर भी कुर्सियां खाली ही रह जाती है. कई ट्विटर और फेसबुक यूजर्स ने इस फोटो को शेयर किया है. साथ ही कैप्शन में लिखा है "भीड़ बुलाने के लिए खाने के पैकेट रखने पड़ते हैं....बंगाल चुनाव".

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इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है. इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि सोशल मीडिया पर जो फोटो शेयर हो रही है वो इस साल की नहीं बल्कि साल 2018 में हुई 'युवा उद्घोष' रैली की है, जो वाराणसी में हुई थी. गृहमंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस रैली में मौजूद थे. फेसबुक  से लेकर ट्विटर हर जगह ये फोटो चर्चा का विषय बनी हुई है.

क्या है सच्चाई?

इस तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च करके हमने पाया कि ये 20 जनवरी 2018 की है. उस दिन अमित शाह वाराणसी में 'युवा-उद्घोष' कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे. अमर उजाला अख़बार की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान मैदान के सामने की कुर्सियां खाली थी. अमित शाह इस रैली में पार्टी अध्यक्ष के तौर पर गए थे और उत्तर प्रदेश के युवाओं को बीजेपी से जुड़ने का निवेदन किया था.  

"खाली कुर्सियां रैली" और "Amit Shah Rally Empty Chairs" जैसे कीवर्ड्स सर्च करके हमें रैली की वीडियो और तस्वीरें मिलीं जो वाराणसी की हैं. "न्यूज तक" के यूट्यूब चैनल पे हमें एक वीडियो मिली, जिसमें इस रैली का लाइव कवरेज भी किया गया था. इस वीडियो में भी खाली कुर्सियों के बारे में बताया गया है. यानि साफ है कि सोशल मीडिया की ये वायरल पोस्ट बंगाल चुनाव प्रचार से जोड़के शेयर की जा रही है जबकि ये यूपी की रैली की तस्वीर है.

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(श्रेय बनर्जी की रिपोर्ट)

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